हिमाचल में 21 माह बाद खुले बच्चों के स्कूल, जाने कैसे रहे हालात

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शिमला। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में करीब 21 महीने बाद तीसरी से सातवीं तक की कक्षाएं शुरू हो गई हैं. इससे पहले, अक्टूबर माह में 8 वीं कक्षा से 12 तक की कक्षाएं प्रदेश सरकार स्कूल दिवाली (Diwali) ब्रैक के बाद खुले थे. अब 10 नवंबर से तीसरे कक्षा से सातवीं कक्षा के छात्रों के लिए समूचे हिमाचल प्रदेश में स्कूल खोल दिए हैं. स्कूल खुलने (Schools in Himachal) का छात्रों सहित अभिभावकों ने स्वागत किया है.

छात्रों में स्कूल पहुंचने पर खुशी देखी गई है और छात्रों ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई करके उन्हें पूरी तरह से समझ नही आ रहा था, लेकिन अब कक्षा में पढ़ाई करके पूरी तरह से समझ आ रहा है. स्कूल प्रशासन ने भी बच्चों को कोविड 19 से बचाव के लिये पुख्ता इंतजाम किए हैं. शिमला में छोटे स्कूली बच्चे आए हैं. हालांकि, कुछ स्कूलों में इनकी संख्या काफी कम है.

हमीरपुर जिले के राजकीय माध्यमिक पाठशाला भेबड़ में पहुंची वंशिका राणा, अदिति शर्मा, अंशिका चौहान, आंशिका कुमारी ने स्कूल खुलने पर खुशी जाहिर की. कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई करने में उन्हें पूरी तरह से समझ नहीं आता था. लेकिन, अब स्कूल खुल गए हैं और उन्हें स्कूल में पढ़ाई करने पर सब कुछ समझ आएगा. छात्रों ने बताया कि स्कूल में प्रवेश करने से पहले हाथों को सैनिटाइज और थर्मल स्कैनिंग द्वारा तापमान जांचा गया है. हमीरपुर जिला के भेबड़ स्कूल के अध्यापक चन्द और हरदेव सिंह बताया कि सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार तीसरी से सातवीं कक्षा के छात्रों के लिए नियमित कक्षाएं शुरू हो गई हैं. कोविड 19 से बचाव के लिये पुख़्ता इंतजाम किये हैं. छात्रों को स्कूल में प्रवेश करने पर उनके हाथों को सैनिटाइज किया गया सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर तथा मास्क लगाने को लेकर जानकारी मुहैया करवाई गई. हमीरपुर के सीनियर सेकेंडरी कन्या विद्यालय हमीरपुर में पहुंची छात्राएं बेहद खुश देखी गई और छात्राओं के स्कूल पहुंचने पर थर्मल स्क्रीनिंग के साथ हैंड सेनेटाइजेशन किया गया. कक्षाओं में भी छात्राओं को अकेले अकेले बैंच पर बिठाया गया, ताकि कोविड प्रोटोकाल का पालन किया जा सके.

प्रिंसिपल विजय गौतम ने बताया कि स्कूल में कोविड प्रोटोकॉल के तहत छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है. छठी और सातवीं कक्षा की छात्राओं के स्कूल आने पर रौनक और बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि सरकार के निर्णय के अनुसार छठी से बाहरवीं तक रोजाना कक्षाएं लगाए जाना अच्छी बात है जिसके तहत सभी बच्चे पहली बार स्कूल पहुंचे है. कन्या विद्यालय की छात्राओं ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि स्कूल आने के लिए ब्रेसबी से इंतजार कर रही थी और आज कक्षा में बैठकर पढाई करने में बेहद अच्छा लग रहा है. कई बार आनलाइन पढाई करने के लिए दिक्कतें पेश आती थी लेकिन आज प्रत्यक्ष तौर पर अध्यापकों के सामने कक्षा में पढाई करने से अच्छे से पढ़ाई हो रही है.