नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश में बरसात के बाद भी स्क्रब टाइफस Scrub Typhus का प्रकोप थम नहीं रहा है. जनवरी 2021 से अब तक प्रदेश में 296 केस पाए गए हैं, जबकि गंभीर रूप से बीमार 5 मरीजों की मौत भी हो चुकी है.
IGMC के डिप्टी एसएस डॉक्टर राहुल गुप्ता के मुताबिक स्क्रब टाइफस एक इनडायनमिक इंफेक्शन है, जो हिमाचल प्रदेश के वातावरण में मौजूद है. ये एक खास तरह का माइट है, जिसे लोकल भाषा में पिसू कहते हैं. ये विषाणु (Virus) घास में मौजूद रहता है और त्वचा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है. ये माइट घास, झाड़ियों और खेतों में रहने वाले चूहों में पनपता है.