कॉल गर्ल बताकर ‘प्राइस टैग’ के साथ 200 लड़कियों की शेयर की फोटो, सोशल मीडिया से चुराता था तस्वीर

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महाराष्ट्र। मुंबई (Mumbai) में सात महिलाओं ने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि कॉल गर्ल (Call Grls) के रूप में पिछले पांच वर्षों से सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म पर उनकी तस्वीरे पोस्ट की जा रही है. इन फोटोज के साथ ‘प्राइस टैग’ भी लगाया गया था. शिकायत के बाद एंटॉप हिल पुलिस ने 22 वर्षीय एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया है. गिरफ्तारी के एक दिन बाद आरोपी जमानत पर रिहा हो गया है. Mumbai Shocker: पत्नी और बेटे ने शख्स को 7वीं मंजिल से फेंका नीचे, मौत, विदेश में पढ़ने के लिए नहीं दे रहा था रुपये

महिलाओं ने दावा किया है कि इस वारदात के पीछे वडाला निवासी 22 वर्षीय उनके दोस्त शुभम गाडलिंग का हाथ है. पुलिस को शक है कि 200 से अधिक महिलाएं इसकी शिकार हुई है. मिड-डे की रिपोर्ट के मुताबिक शिकायतकर्ताओं ने को बताया कि गाडलिंग ने उनके संबंधित सोशल मीडिया अकाउंट से उनकी तस्वीरें और वीडियो चुराए थे. इसके बाद आरोपी ने इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर बनाए गए फर्जी अकाउंट पर उन्हें कॉल गर्ल बताते हुए उनकी तस्वीरें पोस्ट कीं. आरोपी ने अपनी महिला मित्रों की तस्वीरें भी अपने फॉलोवर्स को निजी तौर पर भेजीं थी, उन्हें पैसे के बदले कॉल गर्ल मुहैया कराने का आश्वासन दिया था.

मामले में शिकायतकर्ता की उम्र 12-25 साल के बीच है और कॉलेज, स्कूल, सोसाइटी, पारिवारिक मित्र या रिश्तेदार के उसके दोस्त हैं. आरोपी शुभम गाडलिंग वाणिज्य स्नातक है. उसके माता-पिता उसे आगे की पढ़ाई के लिए कनाडा भेजने की योजना बना रहे थे.

लड़कियों के माता-पिता ने आरोपी को पीटा

कुछ साल पहले, शिकायतकर्ताओं के माता-पिता ने गाडलिंग को तब पीटा था जब वह सोशल मीडिया पर अनजान लोगों को महिलाओं की तस्वीरें भेजते हुए पकड़ा गया था. एक नाबालिग ने बताया, “कुछ दिनों पहले मेरे दोस्तों ने मुझे बताया कि मेरी तस्वीरें इंस्टाग्राम पर एक कॉल गर्ल के रूप में वायरल हुई थीं. मैं चौंक गई. मुझे अपने दोस्त गाडलिंग के कामों के बारे में पता था क्योंकि उसे पहले कई लोगों ने पीटा था. जब मैंने उनसे बात की तो उसने पहले इनकार किया, लेकिन बाद में गाडलिंग कबूल कर लिया. मैंने तुरंत उसके खिलाफ केस दर्ज कराया. बाद में, मुझे अपने कई दोस्तों के बारे में पता चला जो उसकी शिकार हुई हैं.”

एक पीड़िता के माता-पिता ने कहा, “कुछ साल पहले, हमने गाडलिंग को तब पीटा था जब उसने हमारी बेटी की तस्वीर सोशल मीडिया पर एक कॉल गर्ल के रूप में पोस्ट की थी. उसके माता-पिता ने हमसे पुलिस शिकायत दर्ज न करने का अनुरोध किया था. पुलिस को उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.”

तस्वीरों पर अश्लील कमेंट

एक अन्य पीड़ित ने कहा, “गाडलिंग ने इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर फर्जी अकाउंट और ग्रुप बनाए और सैकड़ों अज्ञात लोगों को जोड़ा था. बाद में उसने अपने फॉलोअर्स से किसी भी लड़की की प्रोफाइल चुनने को कहा. उन्होंने सभी पोस्ट के स्क्रीनशॉट लिए और उन्हें अपने फॉलोअर्स के साथ साझा किया.”

एक पीड़िता ने कहा, “जो महिलाएं और लड़कियां गाडलिंग को फॉलो कर रही हैं, उन्हें तुरंत अनफॉलो करना चाहिए. गाडलिंग द्वारा पोस्ट की गई हमारी तस्वीरों पर की गई टिप्पणियां अश्लील और अत्यधिक आपत्तिजनक हैं. उसे सलाखों के पीछे होना चाहिए.”

डिप्रेशन का शिकार है आरोपी: परिवार

पुलिस ने गाडलिंग के खिलाफ मामला दर्ज किया था और उसे पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया था. हालांकि गिरफ्तारी के एक दिन बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी गाडलिंग पिछले तीन-चार साल से रिश्ते में खटास आने के बाद से परेशान है. उसका इलाज चल रहा है.

वरिष्ठ निरीक्षक नासिर कुलकर्णी ने कहा, “हमने सोशल मीडिया पर नाबालिगों और महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट करने के आरोप में आरोपी शुभम गाडलिंग को गिरफ्तार किया है. हमने दो-तीन लड़कियों के बयान दर्ज किए हैं. हमें संदेह है कि 150-200 से अधिक लड़किया इसकी शिकार बनी हैं. हमें उसकी पर्याप्त पुलिस हिरासत नहीं मिली क्योंकि वह पिछले हफ्ते जमानत पर रिहा हो गया उनके परिवार ने हमें बताया कि वह अवसाद से पीड़ित है. हम उसके मेडिकल दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं.”