गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी से सटे साहिबाबाद इलाके की डीएलएफ कालोनी में अकेली रह रही गर्भवती की प्रसव के दौरान मौत हो गई। आस-पड़ोस के लोगों को इसकी जानकारी तब हुई, जब बंद कमरे से दुर्गंध आनी शुरू हो गई।
पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम कराया तो चिकित्सकों ने बताया कि आधा बच्चा ही बाहर आ पाने और अधिक रक्तस्राव की वजह से युवती और नवजात की जान गई है।
युवती विवाहित है या फिर लिव इन रिलेशन में रह रही थी, इसकी पुष्टि बंगाल से आ रहे स्वजन के पहुंचने पर ही हो सकेगी। शालीमार गार्डन थाना पुलिस को सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे सूचना मिली कि डीएलएफ कालोनी में देवदत्त के मकान के दूसरी मंजिल पर स्थित कमरे से बदबू आ रही है।
पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो चारपाई पर था शव
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो चारपाई पर शव पड़ा था। मकान मालिक दो दिन से बाहर थे। उन्होंने बताया कि वह एक साल से रह रही थी। स्वजन या अन्य किसी से उसकी ज्यादा बातचीत नहीं होती थी। मोटापे की वजह से गर्भवती होने की जानकारी भी लोगों को नहीं हो सकी।
कमरे में मिले दस्तावेज से युवती की पहचान बंगाल के उत्तर 24 परगना की प्रियंका सरकार के रूप में हुई है। पुलिस ने स्वजन को घटना की सूचना दे दी ।
आखिरी बार फास्टफूड खाते देखी गई थी महिला
पड़ोसियों ने शनिवार की शाम को एक दुकान पर फास्टफूड खाते हुए अंतिम बार युवती को देखा था। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से नमूने एकत्र किए हैं, कमरे से अस्थमा के लिए प्रयोग किया जाने वाला इनहेलर भी मिला है। डीएनए जांच के लिए भी नमूना सुरक्षित रखा गया है।