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पटना: सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की महानिदेशक रश्मि शुक्ला ने गुरुवार को बिहार सरकार से मदद मांगी है। SSB DG ने फरार कट्टरपंथी सिख उपदेशक और खालिस्तानी हमदर्द अमृतपाल सिंह संधू का पता लगाने में बिहार सरकार से मदद मांगी। रश्मि शुक्ला ने अधिकारियों से नेपाल के साथ साझा की जाने वाली 726 किमी की सीमा के कई हिस्सों से अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया। एसएसबी के एक अधिकारी ने कहा कि एसएसबी डीजी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक आरएस भट्टी से मुलाकात की और फरार अमृतपाल के आलोक में सीमा पर निगरानी बढ़ाने में राज्य पुलिस की मदद मांगी, जो सभी प्रयासों के बावजूद पुलिस की पहुंच से बाहर है।
अमृतपाल को दबोचने के लिए SSB ने मांगी नीतीश से मदद
एसएसबी पीआरओ जितेंद्र मोहन मिश्रा ने गुरुवार को हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि ‘मैडम ने डीजीपी से मुलाकात की और उनसे अमृतपाल की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एक योजना बनाने का आग्रह किया।’ अमृतपाल पिछले 11 दिनों से फरार चल रहा है। इसके बाद एसएसबी डीजी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात की और ‘नो-मैन्स लैंड’ (भारत-नेपाल सीमा) के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब पांच किमी अंदर सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने में उनकी मदद मांगी।
नेपाल सीमा पर ग्रामीणों ने कब्जाई नो मेन्स लैंड की जमीन
राज्य के सात जिले, जैसे पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपल, अररिया और किशनगंज हिमालय साम्राज्य के साथ सीमा साझा करते हैं। मुख्यमंत्री को सौंपे गए पत्र में कहा गया है कि ‘भारत-नेपाल सीमा पर 10 मीटर की भूमि को ‘नो-मैन्स लैंड’ घोषित किया गया है। इस भूमि पर स्थानीय ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया है और एसएसबी ने अतिक्रमित भूमि की पहचान कर ली है।’ पत्र में आगे कहा गया है कि स्थानीय निवासियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के करीब 5 किलोमीटर अंदर सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर लिया है। पत्र में यह भी कहा गया है कि सात जिलों में सीमा से 1,215 खंभे गायब हो गए हैं और सीएम नीतीश से इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देश देने का आग्रह किया गया है।