हरियाणा में 2015 के TET पास भी बन सकेंगे टीचर, खट्टर सरकार ने TGT के लिए बदले नियम

TET pass of 2015 can also become teachers in Haryana, Khattar government has changed the rules for TGT
TET pass of 2015 can also become teachers in Haryana, Khattar government has changed the rules for TGT
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चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने प्रदेश में ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) अध्यापकों की भर्ती को लेकर किए गए फैसले को बदल दिया है। सरकार ने वर्ष 2015 में हरियाणा टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट (एच-टेट) पास युवाओं को भी इसमें आवेदन का अवसर प्रदान कर दिया है। इससे 30 हजार युवाओं को राहत मिलेगी। शिक्षा निदेशालय ने मंगलवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। हरियाणा सरकार की ओर से हाल ही में टीजीटी के 7471 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। सरकार के नियमों के मुताबिक उस समय 2015 में एचटेट पास करने वाले अभ्यर्थी इस भर्ती में आवेदन करने के लिए योग्य थे, क्योंकि उनके प्रमाण पत्रों की वैधता 31 दिसंबर 2022 तक थी। बाद में सरकार ने टीजीटी के सेवा नियमों में संशोधन करने कर नए सेवा नियम तय कर दिए गए।

आयोग ने दोबारा से इन पदों पर भर्ती निकाल दी और 23 फरवरी से 15 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन मांगे। प्रदेश में 30 हजार युवा ऐसे थे, जो इन पदों पर आवेदन के अयोग्य मान लिए गए थे। सरकार ने नई अधिसूचना जारी करके वर्ष 2015 में एचटेट पास करने वाले युवाओं को आवेदन का अवसर प्रदान कर दिया है।

कई युवाओं के लिए खुशखबरी
इस बीच हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि वे व्यक्ति, जिनके पास आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 अक्तूबर, 2022 को वैध एचटेट / एसटेट प्रमाण पत्र थे, वे भी अब टीजीटी भर्ती आवदेन कर सकते हैं। बशर्ते कि इन उम्मीदवार के पास वैध एचटेट/एसटेट प्रमाणपत्र हो और वह 26 अक्तूबर, 2022 को या उससे पहले आयु के मानदंड को पूरा करते हों।

प्रवक्ता ने बताया कि शिक्षा विभाग में रिक्तियां पर भर्ती करने के लिए 27 सितंबर, 2022 को आयोग ने पदों पर भर्तियां को विज्ञापित किया गया था। हालांकि, वर्ष 2015 से 2022 की अवधि के दौरान टीजीटी के पदों पर भर्ती नहीं की गई और आयोग ने बिना कोई आवेदन स्वीकार किए वापस ले लिया।

ऐसे युवाओं को भी राहत
इस विज्ञापन में आवदेन भरने के लिए आरंभ तथा अंतिम तिथि क्रमश: 5 अक्तूबर, 2022 एवं 26 अक्तूबर, 2022 थी। हालांकि, प्रशासनिक, तकनीकी कारणों से कोई आवेदन स्वीकार नहीं किया गया। इसलिए वर्ष 2015 में एचटेट पास करने वाले अभ्यर्थी भर्ती परीक्षा में आवेदन व उपस्थित हुए बिना ही अपात्र हो गए। इसके अलावा, इस अवधि के दौरान दो साल तक कोविड महामारी रही। इन हालात में आयोग ने ऐसे अभ्यर्थियों को छूट देने का फैसला लिया है।