हरियाणा से किसानों के जत्थे मुजफ्फरनगर के लिए रवाना, बोले- होगा बड़ा फैसला

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भिवानी. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) के लिए हरियाणा से हजारों किसान रवाना हुए हैं. किसानों ने कहा कि ये महापंचायत देश दुनिया की आज तक की सबसे बड़ी व ऐतिहासिक किसान महापंचायत होगी, जो देश में व्यवस्था व राजनीति (Politics) में बड़ा बदलाव लाएगी. वहीं, जयंत चौधरी को हेलिकॉप्टर से पुष्ट वर्षा की अनुमति ना दिये जाने पर भी किसानों ने रोष जताया है.

बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में 9 महीनों से आंदोलन कर रहे किसानों की आज मुजफ़्फरनगर में शक्ति प्रदर्शन के रूप में किसान महापंचायत हो रही है. इसमें भाग लेने के लिए हरियाणा के भिवानी जिले से हजारों की संख्या में किसान अलग-अलग गांवों से जत्थों के रूप में बसों में सवार होकर रवाना हुए. महापंचायत के लिए रवाना हुए किसान नेताओं ने कहा कि महापंचायत में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक से 10-15 लाख किसान जुटेंगे.

उन्होंने कहा कि महापंचायत में बड़े फैसले लिये जाएंगे, जिससे सरकार मांग मान लेगी या फिर ऐसा फैसला होगा कि इस सरकार व पार्टी का नामोनिशान मिट जाएगा. उन्होंने कहा कि ये महापंचायत आज तक की देश दुनिया की सबसे बड़ी महापंचायत होगी जो देश की व्यवस्था व राजनीति को बदलने का काम करेगी.

सके साथ ही किसानों द्वारा यूपी सरकार द्वारा महापंचायत में पहुंचने वाले किसानों पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा करने की अनुमति ना देने पर भी किसानों ने रोष जताया है. उन्‍होंने कहा कि सरकार तानाशाही कर रही है. ऐसे ही रहे तो हमारे देश में भी अफगान जैसे हालात हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि किसान जीतेगा तो देश जीतेगा. किसान नेताओं ने कहा कि सरकार बातचीत नहीं कर रही. बातचीत करती तो अब तक समाधान हो जाता.

सरकार और किसान अपनी अपनी बात पर कायम हैं. दोनों में कोई पक्ष झुकने या पिछे हटने को तैयार नहीं, जिसके चलते किसान आंदोलन नो माह पार कर चुका है. ऐसे में आज की किसान महापंचायत पर सब की निगाहें टिकी हैं कि कितने किसान पहुंचते हैं, क्या फैसला लेते हैं और सरकार का क्या रुख रहता है.