मंदिर में चढ़ रही थी बलि, बकरे की जगह उसे पकड़ने वाले की गर्दन काट दी

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नई दिल्ली। ऐसा कई बार देखा जाता है जब त्यौहारों के दौरान लोग अपनी आस्था के चलते जानवरों की बलि चढ़ा देते हैं। कई बार बलि के दौरान कुछ ऐसे मामले सामने आ जाते हैं जो चर्चित हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला हाल ही में आंध्र प्रदेश से सामने आया है जहां त्यौहार के अवसर पर बकरे की बलि चढ़ाई जा रही थी लेकिन जो शख्स बकरे की गर्दन काटने वाला था उसने बकरे की बजाय उस शख्स की गर्दन काट दी तो उस बकरे को पकड़े हुए था।

दरअसल, यह घटना आंध्र प्रदेश के चित्तूर की है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां स्थित वलसापल्ले के एक मंदिर में संक्रांति के अवसर पर बलि का आयोजन किया जा रहा था। बताया गया कि यहां आसपास के लोग हर साल संक्रांति समारोह के दौरान जानवरों की बलि देते हैं और स्थानीय येल्लम्मा मंदिर में चढ़ाते हैं। हमेशा की तरह इस बार भी यहां इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था।

इस कार्यक्रम के लिए एक बकरे को लाया गया था और उसी की बलि चढ़ाई जानी थी। लेकिन ठीक इसी दौरान कार्यक्रम में कुछ ऐसा हो गया कि हड़कंप मच गया। जो शख्स बकरे की गर्दन काटने वाला था उसका नाम चलापथी है और जो बकरे को पकड़े हुए था उसका नाम सुरेश है। बलि के दौरान अचानक चलापथी ने बकरे की जगह सुरेश की गर्दन काट दी। जैसे ही उसकी गर्दन कटी वह लथपथ होकर वहीं गिर गया।

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रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया कि आरोपी नशे में था और उसने शराब पी रखी थी। उधर खून से लथपथ सुरेश को पास में ही स्थित मदनपल्ले के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। मदनपल्ले कुछ लोगों की तरफ से एक परंपरा के अनुसार जानवर की बलि दे रहा था और उस बकरे को पकड़े हुए था।

पुलिस ने बताया कि नशेड़ी आरोपी को पकड़ लिया गया है। मृतक सुरेश शादीशुदा था और उसके दो बच्चे भी हैं। पुलिस पूछताछ कर रही है कि कहीं चलापथी का सुरेश से कोई विवाद तो नहीं था। पुलिस अधिकारी ने बताया है कि आगे की जांच शुरू हो गई है और संबंधित पक्षों से भी पूछताछ की जा रही है।