यूपी के खिलाड़ियों का सम्मान, 62 करोड़ रुपए दिए गए, चार खिलाड़ी बने डिप्टी एसपी

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लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को 19वें एशियाई खेल-2022, चतुर्थ पैरा एशियाई खेल-2022 एवं 37वें राष्ट्रीय खेल-2023 में पदक अर्जित करने वाले एवं प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश के 189 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 62 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि दी. इसके साथ ही 7 पदक विजेता खिलाड़ियों को पुलिस उपाधीक्षक, जिला युवा कल्याण अधिकारी एवं यात्री/माल कर अधिकारी के रूप में नियुक्ति पत्र भी दिया.

लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि भारत सरकार की ओर से हर जनपद में खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना की जा रही है, उसी तर्ज पर प्रदेश के हर ब्लॉक में खेलो उत्तर प्रदेश सेंटर की स्थापना करेंगे. उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले ही तय किया है कि जो खिलाड़ी खेलों के बाद अपना समय दे सकते हैं, उनको खेलो यूपी सेंटर में निश्चित मानदेय पर कोच नियुक्त किया जाएगा. यदि ब्लॉक स्तर पर अच्छे कोच होंगे तो हमारे खिलाड़ी और भी निखर सकेंगे. हम देश और विदेश में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दस वर्ष के अंदर खेलों में एक माहौल बना है. युवा ऊर्जा के प्रोत्साहन के लिए जो एक नया प्लेटफॉर्म प्रधानमंत्री जी ने दिया है, उनके विजन को उनकी भावनाओं के अनुरूप जमीनी धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है. उत्तर प्रदेश में देश की 16 आबादी निवास करती है और हमारे खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स के 25 फीसदी मेडल प्राप्त किए हैं. नेशनल गेम्स में भी यूपी के खिलाड़ियों ने अच्छा किया है और उसे और भी अच्छा करने के लिए यह सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया गया है.

सीएम ने कहा कि पिछला एक सप्ताह हम लोगों के लिए प्रदेश की विभूतियों को सम्मानित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है. 22 जनवरी को 500 वर्षों का इंतजार करते हुए प्रभु श्रीरामलला अपने दिव्य और भव्य मंदिर में फिर से विराजमान हुए हैं. पूरा देश और दुनिया इस उत्साहवर्धक आयोजन की साक्षी बनी और उसे देखने के लिए उत्सुक है. ये केवल श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम नहीं था, भारत के गौरव की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न हुआ है. 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर हमने अपनी तमाम विभूतियों को सम्मानित किया था. 26 जनवरी को राजभवन में खेलों में शानदार प्रदर्शन करने वाली विभूतियों को लक्ष्मण पुरस्कार और रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार दिया गया.

उन्होंने कहा कि आज 189 खिलाड़ियों को 62 करोड़ की राशि प्रदान की गई है तो 7 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं. पहले पैसा देकर नौकरी खरीदते थे, लेकिन आज सरकार नौकरी भी दे रही है और पैसा भी दे रही है. अपनी विभूतियों को सम्मानित करना राष्ट्र की प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है. अपने देश की पुनप्रतिष्ठा और गौरव को स्थापित करना, ये सम्मान का कार्यक्रम उसी का हिस्सा है. प्रदेश में खेलो इंडिया खेलो से जो शुरुआत हुई, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता, उत्तर प्रदेश में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, ये सभी आयोजन पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुए.

सरकार ने पहले से संकल्प लिया है कि हम हर जनपद में स्टेडियम बनाएंगे, हर ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाएंगे, हर ग्राम पंचायत में खेल का मैदान और ओपन जिम बनाएंगे. इसके साथ ही खेल और खिलाड़ियों की प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी हो, इसका भी प्राविधान करेंगे. उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी राज्य है जिसने अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र देकर नौकरी प्रदान कर दी है. इसमें डिप्टी एसपी के पद से लेकर के पुलिस में भर्ती तक स्थान प्रदान किया गया है.

सीएम योगी ने कहा कि जो पैरा खिलाड़ी हैं इनके लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए. मेडल प्राप्त करने वाले इन खिलाड़ियों को भी हम नियुक्ति दे सकें. इन्होंने अपने सामर्थ्य से देश का और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि जब एशियन गेम्स में हमारे राज्य की बालिका ने कहा कि गोल्ड मेडल इसलिए जीती हूं क्योंकि हमारे राज्य में डिप्टी एसपी का पद मिलेगा. उसी दिन तय किया कि सम्मान समारोह में इस बालिका को डिप्टी एसपी का पद जरूर दो.

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों से हमने खिलाड़ियों को यहां बुलाया है, ताकि वो इस कार्यक्रम को देख सकें. परिणाम अच्छा लाएंगे तो सरकार पलक पावड़े बिछाकर इसी तरह आपका सम्मान करेगी, आपके जीवन का ध्यान रखेगी. सीएम ने खेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एशियन गेम्स में जिन लोगों ने मेडल प्राप्त किए हैं उन्हें प्रदेश के स्पोर्ट्स कॉलेज और स्पोर्ट्स हॉस्टल या जनपद स्तर पर जो भी कार्यक्रम चल रहे हैं वहां का दौरा जरूर कराएं. ये लोग वहां अपने अनुभव जरूर शेयर करें, ताकि नवोदित खिलाड़ी भी प्रेरणा प्राप्त कर सकें.

खेलों में भी उत्तर प्रदेश होगा सबसे आगेः अनुराग ठाकुर
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने खिलाड़ियों से कहा कि आपने एक ऐसी उड़ान भरी है. जिसने देश का मान सम्मान बढ़ाया है. 2014 से पहले देश के अखबारों में अगर हेडलाइन बनती थी तो घोटालों की बनती थी. अब कॉमनवेल्थ के घोटाले की चर्चा नहीं होती, मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों का नाम छपता है. लगभग एक दशक में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. प्रधानमंत्री ने जहां खेलों का बजट 3 गुना बढ़ाया है तो वहीं उत्तर प्रदेश में भी खेलों को प्रोत्साहन मिला है. एशियन गेम्स में खिलाड़ियों ने 107 मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. पैराएशियन खिलाड़ियों ने इस आंकड़े को भी पार कर लिया. ये पड़ाव नहीं शुरुआत है. आपकी उपलब्धि युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। योगी जी ने जो संकल्प लिया है, निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश खेलों में सबसे आगे रहने वाला है.