हिमाचल चुनाव में नारीशक्ति पुरुषों से आगे, घर से निकल लोकतंत्र को दी मजबूती

इस खबर को शेयर करें

शिमला। हिमाचल विधानसभा चुनाव (Himachal Vidhansabha Elections) के लिए हुए मतदान में इस बार भी नारीशक्ति ने लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। शनिवार को संपन्न हुई मतदान प्रक्रिया में महिलाओं ने भी घर की चारदीवारी से बाहर निकल कर अपने मत का प्रयोग (Women Vote Percentage High) किया। इस दौरान पोलिंग बूथों के बाहर महिलाओं और युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था। मतदान केंद्रों में महिलाओं और युवाओं की लंबी लंबी लाइनें लगी रहीं। बीते रोज संपन्न मतदान में महिलाओं की वोट प्रतिशता 51.36 रही, जबकि पुरुषों की मतदान प्रतिशतता 48.64 रही। बता दें कि अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं, उनमें महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से कम नहीं रही। महिलाओं में भी पुरुषों के ही बराबर मतदान करने का क्रेज देखने को मिला। बता दें कि बीते रोज यानी शनिवार को हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया (Voting Process Completed) हुई है। इस बार मतदान 75 फीसदी रहा। इतनी अधिक प्रतिशतता में मतदान महिलाओं की सहभागीता से ही मुमकिन हो पाया है। 2017 में भी पुरुषों की अपेक्षा महिला मतदाताओं ने अधिक मतदान किया था। कुल 75.57 प्रतिशत मतदान में 70449 सर्विस वोटर को छोड़ दिया जाए तो 51.36 प्रतिशत महिलाओं व 48.64 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया।

हिमाचल प्रदेश में कुल 5592828 मतदाता हैं इनमें 2854945 पुरुष और 2737845 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा 38 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इनमें 67538 सर्विस वोटर हैं और 60 हजार चुनावी ड्यूटी में तैनात मतदाता व सुरक्षा कर्मी हैं। वहीं इस बार 1.92 लाख युवा वोटर्स हैं, जिन्होंने पहली बार अपने मत का प्रयोग किया।

बंपर मतदान ने बढ़ाई प्रत्याशियों की धुमधुकी
हिमाचल में इस बार बंपर मतदान (Vote) हुआ है। जिसने नेताओं की धुकधुकी को बढ़ा दिया है। हालांकि प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम (EVM) में कैद हो गया है और ईवीएम ट्रिपल लेयर सुरक्षा घेरे में पहुंच गई है। जिन्हें अब 8 दिसंबर को बाहर निकाला जाएगा। लेकिन यह 25 दिन का अंतराल नेताओं पर भारी पड़ने वाला है। इन 25 दिनों में नेताओं की धड़कनें कम नहीं हो पाएंगी। प्रदेश में भले ही बीजेपी और कांग्रेस अधिक मतदान की प्रतिशतता को अपने पक्ष में बता रहे हैं। लेकिन इसका खुलासा 8 दिसंबर को ही होगा।