हरियाणा में कपाल मोचन मेले में शामिल होंगे 8 लाख श्रद्धालु, होगे कोरोना के विशेष इंतजाम

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चंडीगढ़। 15 से 19 नवंबर तक आयोजित होने वाला कपाल मोचन मेला ऐतिहासिक होगा। इस मेले में पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा सहित दूसरे राज्यों से करीब आठ लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। मेले में भीड़ के चलते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को श्री कपाल मोचन, श्री बद्री नारायण, श्री मंत्रा देवी एवं श्री केदारनाथ श्राइन बोर्ड की बैठक में मेले की तैयारियाें का जायजा लिया।

उन्होंने कहा कि आदि बद्री धार्मिक स्थल को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए श्राइन बोर्ड व्यापक स्तर पर योजना बनाकर कार्य करे। जगाधरी से आदि बद्री तक स्थाई बस सेवा शुरू की जाए। चूंकि कार्तिक पूर्णिमा को 18 व 19 नवंबर की रात में श्रद्वालुओं की संख्या अधिक मात्रा में होगी, इसके लिए विशेष प्रबंध किए जाएं। श्रद्वालुओं को मेले में शामिल होने के लिए जिला प्रशासन के पोर्टल

बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि मेले में कंटोल रूम बनाया गया है। कोविड-19 के चलते मेला परिसर में हेल्थ चेकअप कांउटर बनाए जाएंगे। दो मोबाइल यूनिट मौजूद रहेंगी जो श्रद्वालुओं की टेस्टिंग एवं टीकाकरण का कार्य भी करेंगी। कोविड पाजिटिव श्रद्धालुओं के लिए 100 बेड का कंटेनमेंट केंद्र बनाया गया है। मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रबंध रहेगा। सुरक्षा के दृष्टिगत 19 चेक पोस्ट बनाने के साथ ही 50 सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। श्रद्वालुओं के लिए 12 पार्किंग की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने मेला प्रशासक को निर्देश दिए कि मेले में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला में देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम भी रखे जाएं। बलिदान गाथाएं सुनाई जाएं। सभी विभाग प्रदर्शनी लगाएं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था के अनुरूप कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर, सूर्यकुंड, आदि बद्री, मंत्रा देवी व केदारनाथ सहित सभी धार्मिक स्थलों को कार्यकारी कमेटी का गठन कर विकसित किया जाए। इन स्थलों के सभी रास्ते बनाए जाएं। विशेषकर बिलासपुर से कपाल मोचन सड़क का सुधारीकरण करने के साथ-साथ डिवाइडर बनाया जाए। 12 करोड़ रुपये से चल रहे विकास कार्यों को जल्द पूरा किया जाए। बैठक में सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव अरुण गुप्ता व निदेशक डीके बेहरा, यमुनानगर के उपायुक्त व श्राइन बोर्ड के सदस्य सचिव पार्थ गुप्ता तथा बोर्ड के गैर सरकारी सदस्य विपिन, सुभाष गौड़ और बलदेव सिंह ने भी अपनी बात रखी।