हिमाचल में यातायात नियमों में सख्‍ती हुई तो 30 फीसद तक कम हो गए हादसे

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शिमला। सड़क हादसों को कम करने के लिए पुलिस ने सख्ती शुरू की है। नया मोटर व्हीकल एक्ट के सख्त नियमों के साथ जुर्माना ज्यादा होने से वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करने लगे हैं। ऐसे में अब हादसे भी कम हो गए हैं। शिमला पुलिस के अनुसार पिछले एक साल में जिला में सड़क हादसों में 30 फीसद की कमी आई है, जबकि इसी अवधि में सड़क हादसों में मौत होने में 43.44 फीसद की कमी आई है। दिसंबर 2020 में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया गया है। शिमला पुलिस ने नया एक्ट लागू हाेने के बाद पहले लोगों को जागरूक किया। उन्हें नए नियमों के बारे में बताया। जो लोग नहीं माने उनके अब चालान करने शुरू कर दिए।

हादसों में कमी की वजह से लोगों की जानें भी कम गईं। सड़क हादसों में घायल भी कम हुए और जान-माल की काफी हद तक सुरक्षा भी हुई। पुलिस ने सितंबर 2020 से फरवरी 2021 तक शिमला में कुल 241 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें राहगीर को टक्कर मारने के 41 मामले थे, जबकि वाहनों की टक्कर के 105 मामले सामने आए थे। दुर्घटना में गाड़ी का सड़क से बाहर जाने के 97 मामले थे। इस अवधि में कुल 122 लोगों की जान गई थी।

सितंबर 2021 से लेकर फरवरी 2022 तक सड़क हादसों के कुल 170 मामले सामने आए हैं। इसमें 33 हादसे राहगीर को टक्कर के हैं। इसी तरह गाड़ियों की टक्‍कर के 62 मामले हैं। गाड़ी के अनियंत्रित होकर सड़क से बाहर गिरने के 75 मामले सामने आए हैं। सड़क हादसों में 69 लोगों की जान गई है।

किसमें कितनी कमी आई

हादसों में कमी आई, 30.04
राहगीर को टक्कर मारने में कमी, 19.51 फीसद
गाड़ियों की टक्कर, 40.95 फीसद
गाड़ी सड़क से बाहर गिरना, 22.68 फीसद
मौत कम होना, 43.44 फीसद
शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए होते हैं सबसे ज्यादा हादसे

सबसे ज्यादा सड़क हादसे शराब पीकर गाड़ी चलाने या फिर गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन सुनते हुए होते हैं। इसमें चालान की राशि बढ़ाई गई है। पुलिस का मानना है कि ज्यादा जुर्माने की राशि व पुलिस के जागरूकता अभियान से सड़क हादसे कम हुए हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर शिकंजा कसा गया है। शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 22,500 रुपये तक का जुर्माना भी पुलिस लगा चुकी है।

शिमला पुलिस ने पिछले पंद्रह दिनों से शिमला सहित जिला भर में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती की है। पुलिस की टीमें रात को जगह जगह नाके लगाती है। एल्को सेंसर से चेकिंग की जाती है। यदि किसी ने शराब पी है और वह गाड़ी चला रहा है तो उसका चालान काटा जाता है।

क्‍या कहते हैं पुलिस अधिकारी
डीएसपी हेड क्‍वार्टर शिमला कमल वर्मा का कहना है यातायात नियमों को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पुलिस की ओर से चलाए गए जागरूकता अभियान के सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। लोग यातायात नियमों का पालन कर रहे हैं, जिससे हादसों में कमी आना शुरू हुआ है।