
नई दिल्ली: कभी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर अरबपतियों में शामिल रहने वाले गौतम अडानी (Gautam Adani) के लिए मुश्किल वक्त है। साल 2021-22 में जिस रॉकेट की रफ्तार से उनकी संपत्ति बढ़ी, अब उसमें उसी रफ्तार से गिरावट आ रही है। 24 जनवरी को एक रिपोर्ट सामने आई, जिसके बाद से अडानी की अग्निपरीक्षा की शुरूआत हो गई। उनकी कंपनियों को लेकर आए इस निगेटिव रिपोर्ट ने हलचल पैदा कर दी है। अडानी समूह की कंपनियों के शेयर गिरने लगे हैं।
गौतम अडानी की अग्निपरीक्षा
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी के साम्राज्य को हिलाकर रख दिया है। आकाश से लेकर पानी तक, सड़क से लेकर आपके घर की नींव तक अडानी का साम्राज्य फैला है, लेकिन इस रिपोर्ट ने अडानी के कारोबार को हिलाकर रख दिया है। अडानी समूह की लिस्टेड कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है। दो दिनों के भीतर कंपनियों के मार्केट कैप में 22 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है। कंपनी के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों को 4.2 लाख करोड़ का झटका लग चुका है। खुद अडानी के नेटवर्थ में 22 अरब डॉलर की गिरावट आ गई है। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों पर शेयरों की कीमत गलत तरीके से बढ़ाए जाने और अकाउंट्स में गड़बड़ी करने के आरोप लगाए हैं।
24 घंटे के भीतर 22 अरब डॉलर का नुकसान
इस रिपोर्ट के आने के 24 घंटे के भीतर गौतम अडानी के नेटवर्थ में 22 बिलियन डॉलर की गिरावट आ गई। कभी 125 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स होने वाले अडानी की संपत्ति में चौबीस घंटे में 22 अरब डॉलर का नुकसान हो गया। उनकी संपत्ति घटकर 96.6 अरब डॉलर पर पहुंच गई। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक उनकी मौजूदा संपत्ति गिरकर 92.7 अरब डॉलर पर आ गई है। 29 जनवरी को उनकी संपत्ति में सीधे 27.9 अरब डॉलर की गिरवट आ गई है।
अगर सही निकली रिपोर्ट तो क्या
अगर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सही निकली तो अडानी समूह की मुश्किल बढ़ सकती है। इस रिपोर्ट के बाद इंडेक्स सर्विस प्रोवाइडर MSCI ने अडानी समूह के शेयरों को लेकर फीडबैक मांगा है। उसने कहा है कि वो इस मामले पर नजरे बनाए हुए है। ग्लोबल इंडेक्स सर्विस प्रोवाइडर एमएससीआई अगर इस रिपोर्ट को सही पाता है, या अडानी समूह पर लगा आरोप सही पाए जाते हैं तो ग्लोबल इंवेस्टेबल मार्केट इंडेक्स पर कंपनियों के वेटेज को कम किया जा सकता है। कंपनी के शेयर्स प्रभावित होंगे। गौरतलब है कि अडानी समूह की 8 कंपनियां एमएससीआई स्टैंडर्ड इंडेक्स का हिस्सा बने हुए है। अगर इस रिपोर्ट में लगे आरोप सही साबित होते हैं तो अडानी के शेयरों में बिकवाली हावी हो सकती है। गौरतलब है कि ये रिपोर्ट ठीक उस वक्त आई है जब अडानी समूह कंपनी का एफपीओ के जरिए 20 हजार करोड़ जुटाने का लक्ष्य तय कर रही है। इस रिपोर्ट से इसे नुकसान पहुंचने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि अडानी समूह इस रिपोर्ट को खारिज कर चुके हैं। उनका कहना है कि ये रिपोर्ट जानबूझकर उनके एफपीओ को नुकसान पहुंचाने के मकसद से लाए गए हैं।