अतीक अहमद के पूरे गैंग पर फिरा बुलडोजर, 70 से ज्यादा मकान बना दिए खंडहर, गुंडों में हाहाकार

Bulldozer runs on suspended ASP Divya's resort demanding 2 crores in Rajasthan, ruins it
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प्रयागराज। उत्‍तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद माफिया अतीक अहमद और उसके गुर्गों पर आफत आ गई। ढाई साल में अतीक और उसके करीबियों के 70 से अधिक मकानों को मलबे में तब्दील कर दिया गया। चकिया स्थित अतीक अहमद का मकान तो अब मैदान बन गया है वहीं झूंसी स्थित गोदाम खंडहर बन चुका है। उमेश पाल की हत्या के बाद फिर शुरू हुए ध्वस्तीकरण में सबसे पहले कसारी-मसारी स्थित उस मकान को जमींदोज किया गया, जिसमें अतीक की पत्नी बच्चों के साथ रहती थी। इस मकान को अतीक की पत्नी शाइस्ता खरीदना भी चाहती थीं।

प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक और उसके करीबियों के खिलाफ सितंबर 2020 में ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की। देश कोरोना की पहली लहर से उबरने की कोशिश कर रहा था, उसी समय अतीक गैंग के अवैध निर्माणों का ध्वस्तीकरण शुरू हुआ। पीडीए ने सितंबर 2020 से मार्च 2021 तक इस गैंग के 58 अवैध निर्माणों को धराशायी किया। अब तक इस माफिया और इससे जुड़े लोगों की एक हजार करोड़ से अधिक की चोट पहुंचाई जा चुकी है। अतीक और उसके करीबियों के जिन मकानों पर कार्रवाई हुई, उनमें अधिकतर शहर पश्चिमी में थे।

बसपा के शासनकान में टूटा कार्यालय
माफिया अतीक अहमद और उसके गैंग की अवैध संपत्तियों के खिलाफ पहली बार ध्वस्तीकरण 2008 में हुआ था। 2007 में मायावती के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने के बाद तत्कालीन एडीए (इलाहाबाद विकास प्राधिकरण) ने अतीक की संपत्तियों पर प्रहार किया। उस दौरान कर्बला चौराहा स्थित अतीक के कार्यालय का बड़ा हिस्सा तोड़ा गया था। उसी दौरान प्राधिकरण ने सिविल लाइंस स्थित एक प्रतिष्ठित ज्वेलरी शोरूम के ऊपर अतीक की इमारत का हिस्सा तोड़ा था और दुकानें सील की थीं। सिविल लाइंस में अतीक ने गांधी परिवार की एक जमीन कब्जा करने की कोशिश की थी। इसकी शिकायत तब प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई थी। पीएमओ से आए एक पत्र के बाद एडीए ने पैलेस टॉकीज के पीछे जमीन कब्जा होने से रोकी थी। अतीक गैंग ने ससुरखदेरी नदी के किनारे अवैध तरीके से एलिना सिटी टाउनशिप बनाने का काम शुरू किया था। इसमें अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर लोगों को प्लाट बेचे गए थे। एडीए ने प्रस्तावित टाउनशिप में सभी निर्माण रुकवा दिया था। तब प्लॉट खरीदने वाले सभी लोगों को एडीए से नक्शा पास कराना पड़ा।

अब तक ढहाए गए निर्माण
-अतीक अहमद के साढ़ू का मद्रास होटल।
-नवाब यूसुफ रोड पर 500 वर्ग गज में व्यावसायिक निर्माण।
-अतीक अहमद के करीबी असाद के चार बीघा पर अवैध निर्माण।
-अतीक के भांजे हमजा उस्मान का मेंहदौरी में राजकीय आस्थान भूमि पर अवैध कब्जा।
-हाईकोर्ट के पास 700 वर्ग गर्ज में अतीक का अवैध व्यावसायिक कांपलेक्स।
-लूकरगंज में अतीक अहमद का 700 वर्ग मीटर भूमि पर अवैध कब्जा।
-अतीक अहमद के हिस्ट्रीशीटर साढ़ू का चकिया में दो हजार वर्ग गज में अवैध निर्माण।
-जुल्फिकार का 250 वर्ग मीटर में तीन मंजिला अवैध निर्माण।
-चकिया में अतीक अहमद का दो मंजिला मकान।
-अतीक के करीबी जुल्फिकार का छावनी के कछार में 50 कमरों का लॉज।
-अतीक के साले हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद जकी का करेली में तीन हजार वर्ग गज में मैरिज हाल।
-अतीक के करीबी मोहम्मद अब्बास का गोलपार्क में 600 वर्ग गज में तीन मंजिला मकान।
-आबिद प्रधान का लाल बिहारा में तीन मंजिला मकान।
-अकबर का लाल बिहारा में तीन मंजिला मकान।
-अतीक अहमद का चकिया में पुराना मकान।
-जफर अहमद का कसारी-मसारी में मकान