- छत्तीसगढ़ में तीनों सीटों पर मतदान जारी, 9 बजे तक नक्सल प्रभावित मोहला-मानपुर में 20.50 फीसदी मतदान - April 26, 2024
- छत्तीसगढ़ में सीबीआई पर लगा प्रतिबंध हटा, गृह विभाग से अधिसूचना जारी - April 26, 2024
- बिहार की 5 लोकसभा सीटों पर पहले दो घंटे की कहानी, जहां सबसे ज्यादा मुसलमान; वहीं हुआ सबसे कम मतदान - April 26, 2024
नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में महिला छात्रावास के शुभारंभ के दौरान समलैंगकिता को लेकर बयान दिया। नीतीश कुमार ने पटना के मगध महिला कॉलेज में बने नए छात्रावास के उद्घाटन कार्यक्रम में समलैंगिकता को लेकर तंज कसते हुए कहा कि अगर लड़का-लड़का शादी कर लेंगे तो कोई पैदा होगा क्या? इस कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने अपने इंजीनियरिंग कॉलेज के समय का किस्सा भी सुनाया।
बताते चलें 23 मई को नीतीश कुमार ने छात्रावास के उद्घाटन कार्यक्रम में सिरकत की थी। इस दौरान वो पत्रकारों से भी रूबरू हुए, इस दौरान उन्होंने समलैंगिकता को लेकर जो कहा उसकी आलोचना की जा रही है। अपने संभोधन में जब सीएम दहेज प्रधा को गलत ठहरा रहे थे, तभी उन्होंने ये बात कही।उन्होंने कहा, “अरे, शादी होगी तभी न बाल-बच्चा होगा। हमीं लोग या कोई है यहां पर, तो मां है तभी न पैदा हुए। मां के बिना पैदा हुए, स्त्री के बिना पैदा हुए? लड़का-लड़का शादी कर लेगा तो कोई पैदा होगा? तो आप बताइए, शादी करते हैं तो आपको बाल-बच्चा होता है और शादी करने के लिए आप दहेज लीजिएगा? इससे बढ़कर कोई दूसरा चीज अन्याय नहीं है।”
दरअसल सीएम नीतीश दहेज प्रथा के विरोध में बोल रहे थे, लेकिन उदाहरण गलत दे बैठे। इसके अलावा भी नीतीश कुमार ने छात्राओं से अपने इंजीनियरिंग के दिनों की बातें साझा की। अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए सीएम नीतीश ने कहा, “जब वो इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ा करते थे तो उस दौरान उनके कॉलेज में एक भी महिला छात्रा नहीं हुआ करती थी।”
नीतीश कुमार ने आगे कहा, “इंजीनियरिंग कॉलेज में एक लड़की नहीं पढ़ती थी। क्या स्थिति थी हमारे समय में, बड़ा खराब लगता था और कोई भी महिला कॉलेज में आ जाती थी तो सबलोग खड़ा होकर महिला को देखने लगता था। अब देखिए कि कितना विकास हुआ है, अब इंजीनियरिंग कॉलेज में भी लड़कियां पढ़ने लगी हैं। हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा बच्चियां कॉलेज आएं और पढ़ें।” मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि वर्तमान में महिलाओं को बहुत अवसर दिए जा रहे हैं, उनके पास अवसरों की कोई कमी नहीं है।