मध्यप्रदेश में लगातार टूट रही कांग्रेस! आज पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने भी दिया इस्तीफा

Congress is continuously breaking down in Madhya Pradesh! Today former minister Deepak Saxena also resigned
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लोकसभा चुनाव से पहले MP कांग्रेस को एक के बाद एक झटका लग रहा है, इस बीच आज फिर कांग्रेस को जोर का झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के करीबी पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।

दीपक सक्सेना ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दिया

मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना दो बार कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं और 1974 कांग्रेस पार्टी के साथ काम कर रहे थे लेकिन आज दीपक सक्सेना ने भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। दीपक सक्सेना ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को इस्तीफे वाली चिट्ठी भेजी है।

अपने त्यागपत्र में दीपक सक्सेना ने लिखा-

अपने त्यागपत्र में दीपक सक्सेना ने लिखा है कि, जीतू भाई मै दीपक सक्सेना सन् 1974 से कांग्रेस का सदस्य रहा हूँ। सन् 1990 से 7 बार विधानसभा चुनाव लडा एवं कोऑपरेटिव बैंक का अध्यक्ष रहा हूँ। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी दिग्विजय सिंह के साथ 5 वर्ष तक साथ सह-सचिव पद पर रहा हूँ। मुझ जैसे किसान परिवार के छोटे व्यक्ति पर स्व. राजीव गांधी, सोनिया गांधी, कमलनाथ ने विश्वास कर दायित्व दिया। जिसके लिए मै सदैव कांग्रेस पार्टी के लिए ऋणी रहूँगा।

दीपक ने इस्तीफे की वजह व्यक्तिगत बताई

आगे दीपक ने इस्तीफे की वजह व्यक्तिगत बताई है और कहा कि, वर्तमान में व्यक्तिगत परेशानियों के कारण कांग्रेस पार्टी की जबावदारी निर्वाहन नहीं कर पा रहा हूँ। अतः मेरा कांग्रेस से त्याग पत्र स्वीकार करने का कष्ट करेगें। आपके द्वारा मुझ जैसे किसान पर विश्वास एवं भरोसा कर सक्रिय राजनीति में जोड़ने एवं परिवार का सदस्य मानने के लिये मैं सदैव आपका ऋणी एवं आभारी रहूंगा। आपके द्वारा मुझे राजनीति में सक्रिय कर अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक छिंदवाडा, कांग्रेस पार्टी की ओर से मुझे विधायक उम्मीदवार बनाया गया।

मध्यप्रदेश शासन में कांग्रेस सरकार के दौरान दो बार मंत्री भी बनाया गया। वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में चुनाव हारने के बाद भी आपके द्वारा मुझ पर भरोसा कर पुनः विधानसभा उम्मीदवार बनाया गया, जिसके लिये मैं आभारी रहूंगा। आपके द्वारा मुझे दो बार विधायक प्रतिनिधि भी बनाया गया जिसके लिये मैं सदैव आपका आभारी रहूंगा। मेरा परिवार सदैव आपका ऋणी रहेगा।