राकेश टिकैत की पंचायत को लेकर हरियाणा पुलिस ने लठ किये तैयार, चेतावनीः अगर गडबड की तो…

Haryana police prepared sticks for Rakesh Tikait's panchayat, warning: If there is a mess...
Haryana police prepared sticks for Rakesh Tikait's panchayat, warning: If there is a mess...
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अंबाला। हरियाणा के शाहाबाद में लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने पिपली (कुरुक्षेत्र) में 12 जून को महापंचायत बुलाई है, जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत समेत हरियाणा, यूपी और पंजाब के तमाम किसान नेता शामिल होंगे। इससे पहले पुलिस ने किसानों को नोटिस जारी कर दिए हैं। किसान MSP और गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत जेल में बंद अन्य किसान नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे हैं।

साहा में जाम लगाने वाले किसानों पर FIR
साहा चौक पर जाम लगाने वाले किसानों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। सुरक्षा एजेंट ESI सरनाम सिंह की शिकायत पर 20/25 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। सुरक्षा एजेंट ने बताया कि 7 जून की सुबह 5 बजे साहा चौक पर 20/25 किसानों ने नेशनल हाईवे को जाम किया, जिसकी वजह से वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। किसान दोबारा भी जाम लगाने की फिराक में हैं। अज्ञात किसानों के खिलाफ धारा 147, 149 व 283 के तहत केस दर्ज किया गया है।

टिकैत बोले- न रुकेंगे और न गिरफ्तारी देंगे
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अफवाह चल रही है कि हरियाणा में पुलिस किसानों को रोकने का प्रयास करेगी। पुलिस-प्रशासन और किसान गलतफहमी में न रहे। यह 28 तारीख नहीं है। न किसान रुकेगा और न गिरफ्तारी देगा।

किसानों के पास भेजे नोटिस।
पुलिस ने कहा- कानून व्यवस्था भंग हो सकती, नेता बोले- हम पीछे नहीं हटेंगे
किसान संगठनों ने महापंचायत को सफल बनाने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाया हुआ है। उधर, पुलिस प्रशासन ने किसान नेताओं के घर नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। नोटिस में लिखा गया है कि आप पिपली महापंचायत में शामिल होंगे, जिससे यातायात अवरुद्ध हो सकता है और कानून व्यवस्था भंग हो सकती है। आपको हिदायत दी जाती है कि आप कानून व्यवस्था बना कर रखें और 11 जून को अपना लिखित में जवाब/बयान दर्ज कराएं।

सरकार के आगे झुकेंगे नहीं किसान
उधर, BKU चढूनी ग्रुप, BKU शहीद भगत सिंह और संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठनों के नेताओं का कहना है कि वे सरकार के आगे झुकेंगे नहीं। सोमवार को पिपली में महापंचायत कर आर-पार की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया जाएगा।

किसान MSP के साथ जेल में डाले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी समेत अन्य किसानों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। किसानों पर हत्या के प्रयास का झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन किसान अब पीछे नहीं हटेंगे।