केके पाठक के ‘आदमी’ तो सुपर मैन बन गए हैं… 120 मिनट में 10 स्कूलों का कर रहे जांच!

KK Pathak's 'Aadmi' has become a super man... investigating 10 schools in 120 minutes!
KK Pathak's 'Aadmi' has become a super man... investigating 10 schools in 120 minutes!
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सीतामढ़ी: शिक्षा विभाग के स्तर से जारी निर्देश के तहत अधिकारी और कर्मी प्रतिदिन स्कूलों का जायजा यानी निरीक्षण कर रहे हैं। ये निरीक्षी पदाधिकारी एक तरह से ‘सुपर मैन’ से कम नहीं हैं। इन्हें सुपर मैन हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि विभाग ही बना दिया है। बात यह है कि सरकारी स्कूलों में मिशन दक्ष का संचालन जारी है। इसके लिए समय सुबह आठ बजे से दस बजे तक निर्धारित है। इसी अवधि में निरीक्षण करना होता है। विभाग से हिदायत है कि हर निरीक्षी पदाधिकारी को रोज कम से कम दस स्कूल का निरीक्षण करना है। दो घंटा में 10 स्कूलों का निरीक्षण करना आम व्यक्ति से संभव नहीं है। यही कारण है कि लोग एसीएस केके पाठक के निरीक्षी पदाधिकारी को ‘सुपर मैन’ बता रहे हैं।

नदारद रहने पर कटेगा वेतन
विभाग का स्पष्ट आदेश है कि निरीक्षण के दौरान कोई भी शिक्षक स्कूल से नदारद मिले तो उनका उस दिन का वेतन कट जायेगा। फिलहाल स्कूलों के गर्मी की छुट्टी चल रही है। बावजूद शिक्षकों को स्कूल पहुंचने का आदेश है। गर्मी की छुट्टी में प्राथमिक और मिडिल स्कूल में मिशन दक्ष, तो हाईस्कूल में विशेष कक्षा का संचालन करना है, जो हो भी रहा है। यह दो घंटा तक चलेगा। इस दौरान निरीक्षी पदाधिकारी दस स्कूलों का निरीक्षण ही नहीं करेंगे, बल्कि स्कूल, बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति का फोटोग्राफ को डीईओ समेत अन्य के वॉट्सऐप पर डालना है।

दो घंटा में 10 स्कूलों का निरीक्षण!
बताया गया है कि पदाधिकारी और कर्मियों को मात्र दो घंटा में 10 स्कूलों का निरीक्षण करने में परेशानी हो रही है। खबर मिली है कि शाम में विभाग के साथ होने वाली ऑनलाइन मीटिंग में निरीक्षी पदाधिकारी अपनी उक्त समस्या से वरीय पदाधिकारी को अवगत करा रहे हैं। उनका कहना है कि दो घंटा में मात्र पांच से छह स्कूलों का ही निरीक्षण संभव है। वहीं, कई निरीक्षी पदाधिकारी की शिकायत है कि गाड़ी के आभाव में उन्हें पैदल ही निरीक्षण करना पड़ता है। परेशानी यह भी है कि इंटरनेट कनेक्शन नहीं होने या डिस्टर्ब रहने के कारण नियत समय पर फोटो अपलोड करना भी संभव नहीं हो पाता है।

निरीक्षण के दौरान लेनी है ये जानकारी
सीधे निरीक्षण कर स्कूल से लौटना भी नहीं है। इस दौरान अधिकारियों को एक प्रपत्र में जानकारी भी लेनी है। प्रपत्र में कुल 14 बिंदु हैं। निरीक्षी पदाधिकारी को सभी 14 बिंदुओं पर प्रधान शिक्षक से पूछना है और भरकर विभाग को समर्पित करना है। निरीक्षण करने वाले पदाधिकारी को स्कूल का नाम, शिक्षकों की संख्या, निरीक्षण का समय, पदस्थापित शिक्षकों की संख्या, बिना सूचना के स्कूल से नदारद शिक्षकों की संख्या, वार्षिक परीक्षा 2024 में कक्षा पांच से आठ के अनुतीर्ण और नदारद बच्चों की संख्या, मिशन दक्ष के तहत चिन्हित बच्चों की संख्या और उपस्थित बच्चों की संख्या आदि का उल्लेख प्रपत्र में करना है। यह भी जानकारी लेनी है कि एमडीएम चालू है या नहीं। पेयजल की कोई सुविधा है या नहीं। अगर नही है, तो कारण क्या है। स्कूल में हाउसकीपिंग की व्यवस्था है या नहीं। नहीं है तो क्यों नहीं है। शौचालय की व्यवस्था है या नहीं। शौचालय की साफ सफाई की क्या स्थिति है। रात्रि प्रहरी उपलब्ध है अथवा नहीं। अगर नहीं है, तो क्या कारण है। आईसीटी लैब के बारे में भी प्रपत्र में जिक्र करना है।