मुजफ्फरनगर में फौजी ने खेला खूनी खेलः पत्नी को दी खौफनाक मौत, झाड़ियों में फेंकी लाश

Muzaffarnagar: Encounter with cows, two arrested including one injured in police firing
Muzaffarnagar: Encounter with cows, two arrested including one injured in police firing
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मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में मीरापुर के गांव कासमपुर खोला निवासी फौजी ने अपने परिजनों के साथ मिलकर पत्नी की हत्या की योजना बनाई थी। पत्नी के अनैतिक संबंधों के बारे में पता चलने पर उसने अपने पिता, चाचा की मदद से पत्नी की हत्या की थी और घटना को हादसे का रूप दिया। पुलिस ने पति सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका चालान कर दिया।

पुलिस लाइन सभागार में एसपी देहात आदित्य बंसल ने जानकारी दी कि गिरफ्तार मनोज उर्फ मोनू (फौजी) ने बताया कि वह वर्ष 2014 सेना में भर्ती हुआ था। वर्तमान में टेंगा बीरपुर अरुणाचल प्रदेश में तैनात है।

बताया गया कि 2017 में मेरठ के मवाना के गांव मीवा निवासी आकांक्षा उर्फ पूजा से उसकी शादी हुई थी, दोनों के दो बच्चे हैं। पूजा उसके परिजनों से अभद्र व्यवहार कर एकांत में रहकर फोन पर बातों में लगी रहती थी। पूछने पर विवाद करती थी। वह 34 दिन की छुट्टी आया था। दो अप्रैल को छुट्टी खत्म हो रही थी। पत्नी को हार्ट अटैक का बहाना बनाकर छुट्टी बढ़वा ली थी। दो अप्रैल को वह पूजा को उसके मायके वालों से मिलाने ले गया, वहां उसने पूजा को एक व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा। शाम को घर वापस आने पर पूजा ने बताया कि वह उस लड़के से बचपन से प्यार करती है। जबकि घर वालों ने तुम्हारे साथ शादी कर दी।

घर में की हत्या, हादसा दिखाने के लिए झाड़ियों में फेंका शव
एसपी देहात ने बताया कि मनोज ने पत्नी के बारे में अपने माता-पिता व चाचा बाबूराम को जानकारी देकर पूजा की हत्या की योजना बनाई। पूजा रात में उठी तो मनोज ने कपड़े धोने वाली थपकी से सिर में वार कर उसे घायल कर दिया। खून बाहर न निकले इसलिए पूजा के सिर पर चुन्नी व कपड़े लपेट दिए। मौत होने पर मनोज ने शव को बाइक पर बीच में रखा और चाचा बाबूराम शव को पकड़ कर बैठ गए।

बीआईटी वाली रोड पर शव को झाड़ियों के किनारे डाल दिया। मनोज ने फोन कर अपने बहनोई लवकुश को बताया कि उनका एक्सीडेंट हो गया है। जल्द अपनी गाड़ी लेकर आ जाओ। शव को वहीं पर छोड़ कर मनोज और बाबूराम गांव गए और ट्रैक्टर लेकर मौके पर पहुंचे। हादसे का रूप देने के लिए पूजा के सिर पर ट्रैक्टर का पहिया चढ़ाया। ट्रैक्टर से मोटर साइकिल को क्षतिग्रस्त किया। वहां पूजा की चूड़ियों के टुकड़े डाल दिए। ट्रैक्टर को वापस घर छोड़ दिया। इतनी देर में लवकुश गाड़ी लेकर पहुंच गया तब पूजा के शव को पीछे की सीट पर रखकर चल दिए।

योजना के अनुसार, मनोज के घर वाले एंबुलेंस लेकर आ गए। शव को एंबलेंस में रखकर कस्बा मीरापुर में स्थित क्लीनिक पर पहुंचे। वहां डाॅक्टरों ने पूजा को मृत घोषित कर दिया। मनोज सांस आने में परेशानी बता कर अस्पताल में भर्ती हो गया। वहां से रेफर होकर आर्मी अस्पताल चला गया। वहां से बिना डिस्चार्ज हुए घर आ गया। पुलिस से बचने के लिए मनोज अपने चाचा व पिता को लेकर मुजफ्फरनगर जा रहा था। तभी तीनों को पकड़े गए।