सीतामढ़ी: बिहार के रॉबिनहुड चोर के नाम से चर्चित मोहम्मद इरफान उर्फ मोहमद उजाले एक बार फिर सलाखों के पीछे है. 6 राज्यों में कुल 19 चोरी की सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देने वाला मोहम्मद उजाले उर्फ इरफान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. कोच्ची पुलिस ने मोहम्मद इरफान को गिरफ्तार किया है. सीतामढ़ी के पुपरी के जोगिया गांव का रहने वाला इरफान के परिजन बताते हैं कि वो पिछले दो साल से अपने घर नही लौटा है. मां नसीमा खातून की आंखे बेटे के इंतजार में पथरा गई है.
मोहम्मद इरफान ने अपने रसूख और पैसे के बल पर अपनी पत्नी गुलशन प्रवीण को जिला परिषद का सदस्य बना डाला. जब इरफान की पत्नी चुनाव में खड़ी थी तब लोगों ने जमकर उसका समर्थन किया था. समर्थन करने के पीछे भी इरफान की खासियत लोगों के सिर चढ़ कर बोल रही थी. बताया जाता है कि चुनाव से पूर्व इरफान ने गांव की भलाई के लिए कई बड़े काम किए थे. गरीब मुस्लिम समुदाय के बेटियों की शादी करवाई तो वहीं गांव में छठ घाट के निर्माण पर पैसे बहाए. इतना ही नहीं बीमार लोगों के ऑपरेशन और सड़क तक बनवाने की चर्चा इरफान के द्वारा की जाती है.
इससे पहले जब इरफान दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ा था तब अचानक वो सुर्खियों में आया था. पत्नी को जिला परिषद के चुनाव में जीत दिलाने के बाद इरफान उसे जिला परिषद के अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाना चाहता था लेकिन राजनीतिक क्षेत्र में गुना गणित, या कहिए कि बेहतर तरीके से सेटिंग नहीं होने की वजह से उसका यह मंसूबा सटीक नही बैठा और उसके मंसूबे पर पानी फिर गया. अपने छोटे से गांव जोगिया में इरफान का आलीशान मकान है जहां सुख सुविधा के तमाम साधन उपलब्ध हैं. फिलहाल इरफान के घर पर आज की तारीख में उसकी मां के सिवा कोई नहीं. पत्नी इरफान को सलाखों के पीछे से निकलाने के लिए घर से निकल चुकी है.