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नालागढ़: हिमाचल में बनी 27 दवाइयों के सैंपल फेल हो गए हैं। इनमें बद्दी स्थित मेडेन फार्मास्यूटिकल्स द्वारा निर्मित CSC कफ सिरप के 5 नमूने भी शामिल हैं, जो राष्ट्रीय स्तर के नियामक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) द्वारा जारी मासिक अलर्ट में फेल मिले हैं। इससे उक्त यूनिट में निर्मित दवाओं की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है, हालांकि यह फरवरी 2022 से बंद है। विभाग ने सावधानी के तौर पर कंपनी में बने स्टॉक से कफ सिरप के सैंपल भरे थे, जो फेल हुए हैं। खांसी की इस दवाई के नाम हैं- LOCG21-85, LOCG21-94, LOCG21-95, LOCG21-84 और LOCG21-96। बद्दी के डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने कहा कि मेडेन फार्मास्युटिकल्स में पाए गए खांसी के सिरप के 5 नमूने पिछले साल अक्टूबर में जारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अलर्ट के बाद लिए गए थे।इन दवाओं के सैंपल को प्रोपलीन ग्लाइकॉल की जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि इन नमूनों में कोई हानिकारक पदार्थ नहीं पाया गया था, लेकिन कई अन्य कारणों से नमूनों को घटिया घोषित किया है। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने बताया कि संबंधित कंपनी को नोटिस जारी कर दिया है।
गांबियां में हुई थी 70 बच्चों की मौत
दक्षिण अफ्रीकी देश के गांबिया में अक्टूबर माह में क़रीब 70 बच्चों की मौत का मामला सामने आया था। बच्चों को मेडेन फार्मा के सोनीपत प्लांट में बनी दवा पिलाई गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 5 अक्टूबर को जारी किए गए अलर्ट के अनुसार, सोनीपत में मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड की सहायक कंपनी द्वारा बनाए गए कफ सिरप में एक जहरीले पदार्थ डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया।
कंपनी के इन प्रोडक्ट पर लगी थी रोक
कंपनी के 4 प्रोडक्ट प्रोमेथाजिन ओरल सॉल्यूशन, कोफेक्समालिन बेबी कफ सिरप, मैकॉफ बेबी कफ सिरप और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलर्ट में इन 4 उत्पादों का उल्लेख किया गया है। इसी कंपनी का दूसरा प्लांट बद्दी औद्योगिक क्षेत्र के मानपुरा गांव में है। हालांकि यह दवाएं सोनीपत में बन रही थीं, लेकिन WHO के अलर्ट के बाद हिमाचल ड्रग विभाग के अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर बद्दी फैक्ट्री से भी नमूने लिए थे।
नोटिस जारी कर कार्रवाई की जा रही: मारवाह
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाह ने बताया कि उन सभी दवाओं के स्टॉक बाजार से रिकॉल करने के निर्देश दिए हैं, जिनके सैंपल फेल हुए हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार सैंपल फेल होने वाले उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इन उद्योगों की दवाओं के सैंपल हुए फेल
टी एंड जी मेडिकेयर बद्दी की ग्लिमपीराइड का बैच-TGT 12213097
एथेन लाइफ साइंस कालाअम्ब की कूकल-500 का बैच- TG 21-2346, बैच- TH 21-2565, TG 21-2564 व बैच-G 21-2539
टी एंड जी मेडिकेयर बद्दी की कैलबिसिन डी फोर्ट का बैच TGT 12213182
जी लैबोरेट्रीज पांवटा साहिब एटेनोलोल एंड एम्लाडिपाइन का बैच- Z 22-013
एलवेस हैल्थ्केयर नंगल उपरला नालागढ़ की आयरन एंड फोलिक ऐसिड सिरप 50 ML का बैच AHL 21034, बैच-AHL 21015 व एएचएल 21012
मैसर्ज लेबोरेट फार्मास्यूटिकल इंडिया राजबन रोड पांवटा साहिब की डीएसपी का बैच नम्बर LSAT-016
वैलक्योर रेमेडीज नाहन रोड मोगींनद की मॉक्सीआन CV ड्राई सिरप का बैच नम्बर WJD-092C
नेक्सकैम बद्दी की रैमीरेव का बैच नम्बर NKT 22116A
अम्स्टर लैब भटोलीकलां बद्दी की एटोर्वाडोक 29 का बैच MFT 720
मैडन फार्मास्यूटिकल मानपुरा बद्दी की सीएसपी का बैच LOCG 21-85, एलओसीजी 21-94, LOCG 21-95, LOCG 21-84 व LOCG 21-9
एलवी लाइफ साइंस की ओर्थोरियम-MSM
शिवम एंटरप्राइजिज कालाअम्बी एमफोलिस इंजैक्शन का बैच SI-515
सिपला मलपुर बद्दी की जूनियर लंजोल 15MG BA12571
जी लैबोरेट्रीज पावंटा साहिब की मैटिफेक्स का बैच-322-797
डीएम फार्मा प्राइवेट बद्दी की पारा 120 की बैच-D10086 व बैच नम्बर D10085
बायोलॉजिकल कालाअम्ब की सार्टन-एच का बैच- 012259 के सैंपल फेल हुए हैं।
आप अगर डॉक्टर की सलाह के बिना कफ सिरप खरीद रहे हैं तो यह जानलेवा हो सकता है। ज्यादा मुनाफे के लिए कफ सिरप में एथिलीन ग्लाइकोल और डायथिलीन ग्लाइकोल नाम के लिक्विड कैमिकल मिलाए जा रहे हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने बुधवार को भारत की फार्मास्युटिकल्स कंपनी के बनाए 4 कफ-सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया है। WHO ने कहा कि ये प्रोडक्ट मानकों पर खरे नहीं हैं। ये सुरक्षित नहीं हैं, खासतौर से बच्चों में इनके इस्तेमाल से गंभीर समस्या या फिर मौत का खतरा है।