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शिमला: जैसी अटकलें लगाई जा रही थी, वैसा ही हुआ। हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सुरेश कश्यप के इस्तीफे की चर्चा गुरुवार को बड़ी तेज उठी थी। शाम तक उनके इस्तीफे की बात पर कई तरह की चर्चा चल रही थी। इस बीच बीजेपी नेता की तबियत बिगड़ने की खबर भी सामने आई। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में सुरेश कश्यप के भर्ती होने की तस्वीर भी सामने आई। अभी उनका इलाज चल ही रहा है कि अब उनके इस्तीफे की बात सामने आई। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नगर निगम चुनाव होना है। जिससे पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप का इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार सुरेश कश्यप ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपना इस्तीफा दे दिया है।
व्यक्तिगत कारणों से सुरेश कश्यप ने दिया इस्तीफा-
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार शिमला नगर निगम चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई के प्रमुख सुरेश कश्यप ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। भाजपा के पदाधिकारियों के अनुसार, कश्यप ने अपने पद से इस्तीफा देने के लिए ‘‘व्यक्तिगत कारणों’’ का हवाला दिया।
2020 में बीजेपी अध्यक्ष बनाए गए थे सुरेश कश्यप-
मिली जानकारी के अनुसार राजीव बिंदल के इस्तीफे के बाद सुरेश कश्यप को 22 जुलाई 2020 में भाजपा की हिमाचल प्रदेश इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया था। उनके कार्यकाल में पार्टी का प्रदर्शन काफी लचर रहा। नवंबर 2021 में मंडी लोकसभा सीट और अर्की, फतेहपुर तथा जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
विधानसभा में हार के बाद से लटक रही थी तलवार
इसके अलावा दिसंबर 2022 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से ही सुरेश कश्यप के इस्तीफे की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। अब सुरेश कश्यप के इस्तीफे के बाद यह जानकारी सामने आ रही है कि भाजपा जल्द ही राज्य में अपने संगठनात्मक ढांचे को पुनर्गठित कर सकती है। बता दें कि सुरेश कश्यप पच्छाद से दो बार विधायक रहे। वो 2019 में लोकसभा के लिए भी चुने गए थे।