साथ जीएंगे-साथ मरेंगे’ का वचन किया पूरा, पति बीमारी और पत्नी ने गम में तोड़ा दम

The promise of 'living together and dying together' was fulfilled, husband succumbed to illness and wife died in grief.
The promise of 'living together and dying together' was fulfilled, husband succumbed to illness and wife died in grief.
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एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में ‘साथ जिएंगे-साथ मरेंगे’ का वचन एक पति और पत्नी ने पूरा कर दिया। पति की मौत बीमारी से हुई और सुहाग के चले जाने की जानकारी होने के चंद घंटे बाद ही पत्नी ने गम में दम तोड़ दिया। दोनों की अर्थी घर से एकसाथ उठी। ग्रामीणों का कहना है कि 17 साल पहले जब शादी हुई थी तो फेरों पर दोनों ने सबके सामने साथ जीने और साथ मरने की वचन लिया था।

घटना सोमवार की है। एटा जिले के विकास खंड अलीगंज के श्याम नगर गांव के निवासी ओम नारायण की कई दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। आराम नहीं मिलने पर सोमवार को उसे फर्रुखाबाद में निजी अस्पताल ले जाया गया। दवा लेकर वापस लौटते वक्त ओम नारायण की मौत हो गई। पति की मौत की खबर पत्नी मोहिनी को लगी तो वह बेहोश हो गई। होश आने पर पति के पास जाने की जिद करती रही। इसी दौरान उसने जोर से दहाड़ लगाई और दम तोड़ दिया।

17 साल पहले दोनों की हुई थी शादी

गांव के प्रधान महेंद्र सिंह का कहना है कि 17 साल पहले ओम नारायण का विवाह फतेहगढ़ सेंट्रल जेल के पास रहने वाली मोहिनी से हुआ था। उनके दो बेटे पवन 15 और अतुल 12 हैं। ओम नारायण गांव में ही मिट्टी के बर्तन बनाते हैं। परिवार सुकून से रह रहा था। पति पत्नी में काफी प्रेम था। बताया कि शादी के वक्त फेरे लेते हुए दोनों ने सार्वजनिक तौर पर साथ जीएंगे और साथ ही मरेंगे की सौगंध ली थी। एक-दूसरे को वचन दिया था।

दवा लेकर लौटते समय हुई मौत

ग्रामीणों का कहना है कि दोनों ने पूरी जिंदगी वचन निभाया और अंतिम यात्रा पर भी वचन के तहत एक संग निकल पड़े। ओम नारायण के छोटे भाई जसराम के मुताबिक फर्रुखाबाद अस्पताल से दवा लेकर लौटते वक्त भाई ओम नारायण की रास्ते में मौत हो गई। भाभी मोहिनी भी बेसुध हो गई। हालात बिगड़ती देख उन्हें भी डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने घर के आंगन में पति और पत्नी के शव एकसाथ रखे। उस वक्त चीत्कार मच गया। दोनों का एकसाथ अंतिम संस्कार किया गया।