संबलपुर। जिस मां ने नौ महीने तक अपने पेट में पाला, जन्म दिया, 20 साल पर खिला-पिलाकर बड़ा किया, देखभाल की उसी मां की गला दबाकर हत्या एक कलयुगी बेटे ने कर दी। कार्तिक भुए ने अपनी मां पान भुए की बीमारी से तंग आकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। रविवार के दिन कार्तिक के इस जघन्य कांड का पता गांव वालों को चलने के बाद पुलिस को खबर दी गई। पुलिस मृतका के शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजने समेत आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मां को मौत देकर बेटे ने दिलाई बीमारी से मुक्ति
पूछताछ के दौरान कार्तिक ने बताया कि उसकी मां किडनी की बीमारी से परेशान थी और आर्थिक तंगी की वजह से उसका इलाज नहीं हो पा रहा था। मां की ऐसी हालत को लेकर वह मानसिक रुप से काफी परेशान था और इसी वजह से उसने खुद अपनी मां की गला दबाकर हत्या कर दी और उसे रोग से छुटकारा दिला दिया।
उसके इस बयान में कितनी सच्चाई है यह तो आगे की जांच के बाद पता चलेगा, लेकिन रोग से मुक्ति दिलाने के लिए अपनी मां की हत्या किए जाने की घटना को लेकर आरोपित पुत्र कार्तिक की सर्वत्र निंदा की जा रही है।
आर्थिक तंगी बनी बीमारी के इलाज में बाधा
यह अनहोनी और हृदय विदारक घटना बरगढ़ जिला के बरगढ़ सदर थाना अंतर्गत पिपिलीपाली गांव में घटी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव की 70 वर्षीय पान भुए के चार पुत्र हैं। इनमें से तीन बाहर कहीं रहकर काम करते हैं, जबकि सबसे छोटा कार्तिक अपनी मां के साथ गांव में रहता है। बूढ़ी मां किडनी रोग से पीड़ित थी और आर्थिक तंगी की वजह से उसका उचित इलाज नहीं हो पा रहा था।
गुस्से में आकर बेटे ने की मां की हत्या
छोटे बेटे कार्तिक की हालत ऐसी नहीं है कि वह अपनी मां का उचित इलाज करा सके। इसी को लेकर कार्तिक पिछले कुछ दिनों से काफी मानसिक दबाव में था। बताया जा रहा है कि शनिवार की देर रात कार्तिक घर लौटा था और किसी बात को लेकर बूढ़ी मां के साथ उसकी बहस हो गई और गुस्से में आकर उसने अपनी मां का गला दबाकर हत्या कर दी।