मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद में चल रहे गारबेज टिपर वाहन खरीद घोटाले में वाहन आपूर्ति करने वाली कंपनी ब्लैक लिस्ट की जाएगी। इस संबंध में शासन ने निर्देश दिया है, जिस पर एडीएम ने पालिका के ईओ को पत्र भेजकर कार्यवाही कर आख्या मांगी है। प्रकरण में कंपनी और ठेकेदार के खिलाफ नगर कोतवाली में 82 लाख रुपये गबन के आरोप में मुकदमा भी दर्ज है।
दरअसल, नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर ने मई 2020 में 35 गारबेज टिपर वाहन खरीदने के लिए टेंडर जारी किया था, जो मैसर्स गोल्डन ट्राएंगल सर्विसेज फर्म के नाम स्वीकृत हुआ था। केवल 11 वाहनों की आपूर्ति होने पर ही पालिका प्रशासन ने 82 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान फर्म को कर दिया था, जबकि नियमानुसार सभी 35 वाहनों की आपूर्ति करने पर पूर्ण भुगतान होना था। इस मामले को लेकर विपक्षी सभासदों ने पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोला था। शासन स्तर तक शिकायत हुई थी।
इसका संज्ञान लेते हुए नगर विकास अनुभाग-2 के उप सचिव ने डीएम चंद्रभूषण सिंह को पत्र भेजा है, जिसमें वाहन आपूर्ति करने वाली कंपनी को कई मामलों में दोषी पाते हुए कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर रिपोर्ट मांगी है।
एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि नगर पालिका के ईओ हेमराज सिंह को पत्र भेजा है। फर्म के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित कर तीन दिनों में आख्या मांगी गई है।