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मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर हादसे में चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन सोमवार सुबह खत्म हो गया। 15 घंटे से ज्यादा समय तक चले इस ऑपरेशन में 19 मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया। हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 17 मजदूरों को बचा लिया गया है।
मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक डीके ठाकुर ने बताया कि मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ-एसडीआरएफ समेत कई टीमें लगी थीं। रविवार की शाम शुरू हुए इस अभियान की समाप्ति सोमवार की सुबह उस वक्त हुई जब सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद इस बात की पुष्टि हो गई कि मलबे में कोई मजदूर नहीं दबा है और बचाव अभियान समाप्त कर दिया गया।
अभियान में स्थानीय पुलिस प्रशासन सहित एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें रात भर लगी रही। मौके पर एडीजी मेरठ जोन के अलावा डीआईजी सहारनपुर अजय कुमार साहनी, एसएसपी अभिषेक सिंह, जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। घटना की जानकारी पर रात्रि में डॉक्टर संजीव बालियान,कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार सहित भाकियू नेता चौधरी राकेश टिकेत भी मौके पर पहुंचे थे।
जिला प्रशासन की ओर यह जानकारी मिली है कि इमारत में कुल 19 व्यक्ति मौजूद थे। हादसे के समय घटनास्थल से पहले ही दो व्यक्ति भाग गये थे। 17 मजदूर सकुशल हैं, जिनका उपचार चल रहा है। दो मजदूरों की दुखद मौत हुई है।