फ्रेट कॉरिडोर से एक्सप्रेस-वे तक यूपी अव्वल: निवेश के लिए मुफीद क्यों है उत्तर प्रदेश, सीएम योगी ने खुद बताया

UP tops from freight corridor to expressway: Why Uttar Pradesh is favorable for investment, CM Yogi himself told
UP tops from freight corridor to expressway: Why Uttar Pradesh is favorable for investment, CM Yogi himself told
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नई दिल्ली। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के कर्टेन रेजर सेरेमनी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि आखिर निवेश के लिहाज से राज्य में क्या बदलाव आए हैं और वह क्यों अनुकूल है। उन्होंने कहा कि राज्य में सबसे बड़ा 16 हजार किलोमीटर का रेलवे नेटवर्क और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) का 8.5 प्रतिशत और ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) का 57 प्रतिशत क्षेत्र है। दोनों फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन दादरी (ग्रेटर नोएडा) में हैं।

देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क में से एक और 13 वर्तमान एवं आगामी एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट के साथ राज्य में विश्वस्तरीय रोड कनेक्टिविटी की सुविधा है। ये एक्सप्रेसवे पूरे राज्य में मैन्युफैक्चरिंग केंद्रों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करते हैं। लखनऊ, वाराणसी और कुशीनगर में मौजूद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के साथ जेवर, अयोध्या में नए हवाईअड्डे बनने के बाद उत्तर प्रदेश पांच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों वाला देश का एकमात्र राज्य हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रयागराज व वाराणसी को हल्दिया बंदरगाह से जोड़ने वाला देश का पहला अंतर्देशीय जलमार्ग (इनलैंड वॉटरवे) विकसित किया जा रहा है। इसमें वाराणसी से हल्दिया (लगभग 1,100 किलोमीटर लंबा ) तक का मार्ग पहले से ही संचालित है। समुद्री बंदरगाहों पर निर्यात होने वाले माल के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार ड्राई पोर्ट के विकास को बढ़ावा दे रही है।

मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब होगा विकसित
सीएम ने कहा, दादरी में एक मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब (एमएमएलएच) एवं बोडाकी में मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) भी विकसित किया जा रहा है। वाराणसी में 100 एकड़ में भारत का पहला ‘फ्रेट विलेज’ विकसित हो रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के निर्यात केंद्रों को पूर्वी भारत के बंदरगाहों से जोडने वाला यह गांव इनबाउंड व आउटबाउंड कार्गो के लिए ट्रांस शिपमेंट हब के रूप में कार्य करेगा।

7600 से अधिक स्टार्टअप उत्तर प्रदेश में अब तक पंजीकृत तथा 06 सेक्टर ऑफ एक्सीलेंस स्वीकृत किए गए हैं।

राज्य को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प…योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत की सोच इस कायाकल्प का प्रमुख स्तंभ है। भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प में राज्य ने अपने लिए एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य रखा है।

लोगो का अनावरण, पोर्टल लांच…मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस)-2023 के लोगो का भी अनावरण किया। साथ ही, निवेशकों की सहूलियत के लिए ऑनलाइन इंसेंटिव मैनेजमेंट पोर्टल और कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट पोर्टल (निवेश सारथी) का भी शुभारंभ किया।

इसके जरिये प्रत्येक एमओयू की प्रगति पर मुख्यमंत्री कार्यालय की नजर रहेगी। उन्होंने विभिन्न सेक्टोरल नीतियों तथा प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर आधारित पुस्तक का भी विमोचन किया।

विदेशी मेहमानों के सामने पेश की उत्तर प्रदेश की बदलती तस्वीर
योगी ने कहा, विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ यूपी बदल गया है। नई औद्योगिक नीति के साथ निवेश आकर्षित करने के लिए 25 नीतियों को तैयार कर औद्योगिक विकास के लिए पारिस्थितिकी तंत्र में अनेक सुधार किए गए हैं।

वायु, जल, सड़क एवं रेल नेटवर्क के माध्यम से निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए तेजी से बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। इससे उद्योगों को वैश्विक और घरेलू बाजार तक पहुंच बनाने में लॉजिस्टिक्स की सुलभता बढ़ेगी।
नई नीति एक विकल्प आधारित मॉडल प्रदान करती हैं, जो उत्पादन, रोजगार एवं निर्यात को प्रोत्साहित करती है। सर्कुलर इकोनॉमी और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे नए क्षेत्रों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं।

अटल इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन का शुभारंभ हो चुका है। पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान को लागू करने में अग्रणी राज्यों में हैं।

राज्य में संचालित 72 विश्वविद्यालयों तथा 169 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों साथ प्रदेश में सबसे बड़ी युवा जनसंख्या है। कौशल विकास संस्थानों और विनिमय कार्यक्रमों के लिए व्यापक अवसर दिया जा रहा है। एक निवेशक के लिए यह सभी परिवेश निवेश का शानदार माहौल देने वाले हैं।

डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है। आगरा, अलीगढ़, कानपुर, लखनऊ, झांसी और चित्रकूट में से अलीगढ़ नोड्स का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कर चुके हैं। अन्य में भूमि आवंटन प्रगति पर है।
यमुना एक्सप्रेसवे के पास पहले मेडिकल डिवाइस पार्क का शुभारंभ हुआ है। यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में फिल्म सिटी, टॉय पार्क, अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, लॉजिस्टिक हब विकसित किए जा रहे हैं।

ग्रेटर नोएडा में आईआईटी जीएनएम, बरेली में मेगा फूड पार्क, उन्नाव में ट्रांस गंगा सिटी, गोरखपुर में प्लास्टिक पार्क, गोरखपुर में गारमेंट पार्क विकसित किया जा रहा है।

नए अध्याय का शंखनाद, खुशहाली की लिखेंगे इबारत
ग्लोबल समिट नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में नए अध्याय का शंखनाद है। राज्य के 25 करोड़ लोगों के जीवन में खुशहाली लाने की इबारत लिखेगा। यूपी में सुशासन है और राज्य बदहाली से बाहर निकल गया है। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में राज्य उत्तम प्रदेश बना है और सर्वोत्तम बनने की ओर अग्रसर है। अब एमओयू सिर्फ कागज तक नहीं बल्कि धरातल पर दिखते हैं।