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लखनऊ। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाओं का बाजार लगातार गर्म है। समय के बीतने के साथ ही इस दौड़ में नये नाम जुड़ते जा रहे हैं। फिलवक्त पार्टी के हलकों में जो तीन नाम बहुत तेजी से तैर रहे हैं, उनमें एक केंद्रीय और एक प्रदेश सरकार के मंत्री शामिल हैं। इनके अलावा एक प्रदेश महामंत्री का नाम भी इस रेस में उभरा है।
पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही नये अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं और कयासों का सिलसिला शुरू हो गया था। पहले चर्चा किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगाने की थी। इसके पीछे तर्क पार्टी के पुराने रिकार्ड का था। बीते कई लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष कोई ब्राह्मण चेहरा रहा है। फिर 2024 को लेकर भाजपा के दलित एजेंडे पर आगे बढ़ने की चर्चाओं के बीच कई दलित नेताओं के नाम भी तेजी से उभरे।
फिलहाल ताजा चर्चा केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा और प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी के नाम की है। बीएल वर्मा राज्यसभा के सांसद हैं। जबकि चौधरी विधान परिषद के सदस्य हैं। इनके अलावा प्रदेश महामंत्री और एमएलसी अश्वनी त्यागी का नाम भी इस फेहरिस्त में है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक
भाजपा के एक प्रदेश पदाधिकारी का कहना है कि यूपी का अध्यक्ष कश्मीर से कन्याकुमारी तक कहीं से हो सकता है। उनका यह कथन इशारा करता है कि नया अध्यक्ष कोई ऐसा व्यक्ति भी हो सकता है, जो यूपी से बाहर किसी दायित्व पर हो। पार्टी सूत्रों की मानें तो नये चेहरे को लेकर आरंभिक दौर की चर्चाएं तो हो चुकी हैं। जल्द नेतृत्व इसे लेकर फैसला ले सकता है।