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देहरादून। उत्तराखंड में कोविड-19 महामारी के कारण अब तक कुल 7377 व्यक्तियों की मौत हुई है। बीते वर्ष 2020 के मई माह से 31 मार्च, 2021 तक कुल 1749 व्यक्ति कोरोना का शिकार बने। कोरोना से राज्य के सभी 13 जिलों में मृत्यु हुई। सर्वाधिक 987 मृत्यु देहरादून जिले में हुईं। स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने गुरुवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने कोरोना से मृत्यु के बारे में जानकारी मांगी थी। पंवार का कहना था कि कोरोना को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया है। आपदा प्रभावितों को मुआवजा दिया जाना चाहिए। जवाब में स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से अल्मोड़ा में 27, बागेश्वर में 18, चमोली में 15, चम्पावत में नौ, देेहरादून में 987, हरिद्वार में 168, नैनीताल में 242, पौड़ी में 63, पिथौरागढ़ में 61, रुद्रप्रयाग में 10, टिहरी में 15, ऊधमसिंहनगर में 115 और उत्तरकाशी में 19 व्यक्तियों ने जान गंवाई।
उन्होंने बताया कि कोरोना से मृत व्यक्तियों के स्वजन को आर्थिक सहायता देने के बारे में निर्णय नहीं किया गया है। अलबत्ता, कोरोना में माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की गई है। ऐसे बच्चों को 3000 रुपये मासिक दिए जाएंगे। साथ ही उन्हें माध्यमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि टिहरी जिले में पांच सितंबर तक शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए न्याय पंचायत ही नहीं गांवों में भी मोबाइल टीम भेजकर टीकाकरण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह तक राज्य में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को टीके की पहली डोज मिल जाएगी।