जयपुर। राजस्थान में इस मानसून बारिश का आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले काफी पीछे चल रहा है। तभी तो बांधों में पानी की स्थिति चितांजनक बनी हुई है। संभागवार बात करें तो जोधपुर में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। यहां के बांधों का कुल जलस्तर 4.3 प्रतिशत ही बचा है, जबकि पिछले साल अब तक 33.7 प्रतिशत पानी था। उधर, प्रदेश के बांधों की बात की जाए तो पिछले साल कुल जलस्तर का 70.16 प्रतिशत था जो अब 59.33 प्रतिशत ही रह गया है। ऐसे में साफ हो गया है कि यदि इस पखवाड़े बारिश असर नहीं दिखा सकी तो बांधों की हालत और खराब होगी। वहीं, सूखे पड़े 273 बांधों में पानी के लिए अगले मानसून तक इंतजार करना पड़ेगा।
मानसून की बारिश में अब तक पूर्वी राजस्थान के जिलों पर मेहर बरसी है और पश्चिमी राजस्थान में झमाझम बारिश का इंतजार किया जा रहा है। बांधों में पानी की आवक ही बता रही है कि पश्चिमी राजस्थान में कितनी बारिश हुई है। इस मानसून बांधों में आए पानी पर नजर डालें तो वर्तमान में कुल भराव क्षमता का 59.33 प्रतिशत पानी है, बबकि पिछले साल 70.16 प्रतिशत था। संभागवार बात करें तो कोटा संभाग के 87 बांधों में 92.5 प्रतिशत पानी है जबकि पिछले साल 89.1 प्रतिशत पानी था। कोटा संभाग के बांधों में राजस्थान के अन्य सभी संभागों से ज्यादा पानी आया है। जयपुर संभाग के 261 बांधों में कुल भराव का 35.2 प्रतिशत पानी है। पिछले साल 39.7 प्रतिशत था। जोधपुर संभाग के 123 बांधों में कुल भराव का 4.3 प्रतिशत ही पानी बचा है, जबकि पिछले मानसून अब तक 33.7 प्रतिशत पानी था। उदयपुर संभाग के 256 बांधों में कुल भराव का 53.33 प्रतिशत पानी है, जबकि पिछले मानसून में 77.7 प्रतिशत पानी था।
16 से 125 तक पहुंचा आंकड़ा
राजस्थान के बांधों का जलस्तर भले ही पिछले साल के मुकाबले चिंताजनक हालात बयां कर रहा है, लेकिन बांधों में पानी की आवक की बात करें तो 4.25 एमक्यूएम के कम व अधिक भराव क्षमता के बांधों में पानी की आवक तेजी से हुई। मानसून के दौरान 29 जुलाई की बात करें तो प्रदेश में मात्र 16 ही बांध पूर्ण रूप से भरे हुए थे। जबकि ताजा स्थिति पर नजर डाले तो 125 बांध पूर्ण रूप से भरे हुए हैं। लेकिन उन्हीं बांधों में पानी की आवक हुई है, जहां अति भारी बारिश हुई थी।
बीसलपुर से और बढ़ेगी कटौती
मानसून में बारिश की मार झेल रहे बीसलपुर बांध से अजमेर व जयपुर सहित अन्य क्षेत्रों को की जा रही पेयजल आपूर्ति में कटौती शुरू हो गई है। अभी 5 प्रतिशत कटौती हुई है। जलदाय विभाग की शुक्रवार को संभावित बैठक में बीसलपुर से कटौती का दायरा बढ़ाकर 20 प्रतिशत या उससे भी अधिक किया जा सकता है।