Tesla के CEO ने ऐसा क्‍या कर दिया कि Twitter का मैनेजमेंट ले रहा Poison Pill?

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नई दिल्ली. Elon Musk Vs Twitter: स्पेसएक्स (SpaceX) के संस्थापक और टेस्ला (Tesla) के CEO एलन मस्क (Elon Musk) इन दिनों ट्विटर (Twitter) को खरीदने को लेकर चर्चा में हैं. लेकिन इससे ट्विटर (Twitter) के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को ऐतराज है. वो नहीं चाहते कि एलन मस्क ट्विटर पर टेकओवर कर लें. खरीदने से रोकने के लिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने ‘पॉइजन पिल’ का तरीका अपनाया है. बोर्ड की इस प्लान से एलन मस्क के लिए कंपनी को टेकओवर करना मुश्किल हो जाएगा.

क्या है पॉइजन पिल? (What Is Poison Pill?)
– पॉइजन पिल एक ऐसी पैंतरेबाजी है, जिसका इस्तेमाल तब होता है जब कोई शख्स या ग्रुप जबरन किसी कंपनी को टेकओवर करने की कोशिश करता है. ट्विटर के मामले में भी ऐसा हो रहा है. इस रणनीति से उस शख्स या ग्रुप के लिए कंपनी को टेकओवर करना मुश्किल हो जाता है.

– पॉइजन पिल के तहत कंपनी कुछ छूट के साथ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को कंपनी के अतिरिक्त शेयर खरीदने की अनुमति दे देती है. इससे टेकओवर करने की कोशिश करने वाले के शेयरों की कीमत कम हो जाती है और टेकओवर करना मुश्किल हो जाता है. यानी कंपनी को खरीदने के लिए शख्स या ग्रुप को ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है.

– पॉइजन पिल का इस्तेमाल इमरजेंसी की स्थिति में किया जाता है. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स अपने खास अधिकारों का इस्तेमाल करते हैं और टेकओवर करने वाले के लिए मुश्किलें पैदा हो जाती हैं.

– 1980 के दशक में पॉइजन पिल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हुआ. उस समय बिजनेसमैन कंपनियों के शेयर बाजार से खरीदकर जबरन अधिग्रहण करने की कोशिशों में जुटे थे. ऐसे में कंपनियों ने पॉइजन पिल का इस्तेमाल करके उनके इस प्लान पर पानी फेर दिया.

Elon Musk Vs Twitter: कहां बिगड़ी बात
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का मानना है कि ट्विटर के अधिग्रहण के लिए जो कीमत लगाई गई है वो काफी कम है. वहीं एलन मस्क का कहना है कि वो बताई गई तय कीमत से अधिक पर बात नहीं करेंगे. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के रुख को देखते हुए एलन मस्क अब हर वो तरीका अपनाना चाहते हैं, जिससे ट्विटर पर कब्जा हो जाए. इसलिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने पॉइजन पिल की रणनीति अपनाई है.

Elon Musk के पास 9% शेयर
मस्क ट्वीटर के सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक हैं. मस्क ट्वीटर के 9.2 प्रतिशत शेयर पहले ही खरीद चुके हैं. ट्वीटर के सर्वाधिक 10.3 प्रतिशत शेयर एसेट मैनेजमेंट कंपनी वैनगार्ड ग्रुप के पास है. सऊदी अरब के शहजादे अल-वलीद बिन तलाल के पास करीब 5.2 प्रतिशत शेयर हैं. इन्होंने भी मस्क की पेशकश ठुकरा दी थी. शेयरधारकों का ये राइट्स प्लान तभी लागू हो जाएगा जब कोई व्यक्ति, ग्रुप या संस्था ट्विटर के आउटस्टैंडिंग कॉमन स्टॉक्स के 15% शेयर खरीदने की कोशिश करेगा. बता दें, यह प्लान 14 अप्रैल 2023 तक लागू रहेगा.