उडते ही गायब हुआ विमान, टूटे सारे संपर्क, समुद्र में डूबने की आशंका

इस खबर को शेयर करें

मॉस्को। रूस के सुदूर पूर्व में 28 लोगों को ले जा रहे एक यात्री विमान से संपर्क टूट गया है, समाचार एजेंसियों ने मंगलवार को आपातकालीन सेवाओं का हवाला देते हुए कहा है कि विमान से संपर्क बनाने की हर संभव को कोशिश की जा रही है, लेकिन विमान का कोई पता नहीं चल पा रहा है।

विमान से टूटा संपर्क
An-26 विमान कामचटका प्रायद्वीप में पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से पलाना के लिए उड़ान भर रहा था, लेकिन, उड़ान भरने के कुछ देर बाद विमान से संपर्क टूट गया है। रूसी न्यूज मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि जहाज पर सवार 28 लोगों में चालक दल के छह सदस्य शामिल हैं और यात्रियों में एक या दो बच्चे भी शामिल हैं। विमान के अचानक गायब होने की पीछे की वजह का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन कुछ रिपोर्ट्, में कहा जा रहा है कि विमान शायद समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। एक सूत्र ने TASS को बताया है कि यात्री विमान समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है या फिर आशंका जताई जा ही है कि विमान पलाना शहर के पास एक कोयला खदान के पास नीचे गिर गया है। लेकिन, पुख्ता तौर पर अभी तक कुछ नहीं कहा जा रहा है।

विमान की तलाश जारी
रिपोर्ट में कहा गया है कि कम से कम दो हेलीकॉप्टरों की मदद से तलाशी अभियान शुरू किया गया है और बचावकर्मी भी लगातार विमान को तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। कभी विमान दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात रहे रूस ने हाल के वर्षों में अपने हवाई यातायात सुरक्षा रिकॉर्ड में सुधार किया है। लेकिन, एक बार फिर से रूसी विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि खराब विमान रखरखाव और ढीले सुरक्षा मानकों की वजह से रूस में अतीत में भी विमान हादसे होते रहे हैं और अभी भी अकसर रूसी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं, जिनमें सैकड़ों यात्री अपनी जान गंवा चुके हैं।

रूस में विमानों को लेकर लापरवाही
रूस में आखिरी बड़ी हवाई दुर्घटना मई 2019 में हुई थी, जब फ्लैग कैरियर एयरलाइन एअरोफ़्लोत से संबंधित एक सुखोई सुपरजेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और मॉस्को हवाई अड्डे के रनवे पर आग लग गई, जिसमें 41 लोग मारे गए थे। फरवरी 2018 में सेराटोव एयरलाइंस एएन-148 विमान टेक-ऑफ के तुरंत बाद मॉस्को के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सवार सभी 71 लोग मारे गए थे। जांच ने बाद पता चला था कि भारी इंसानी लापरवाही की वजह से विमान हादसे का शिकार हुआ था।