हिमाचल: PM मोदी को 26 साल पहले इस शख्स ने मनाली में करवाई थी पैराग्लाइडिंग, 2 मिनट की थी फ्लाइट

Himachal: This person got PM Modi paragliding done in Manali 26 years ago, the flight was of 2 minutes
Himachal: This person got PM Modi paragliding done in Manali 26 years ago, the flight was of 2 minutes
इस खबर को शेयर करें

शिमला: हिमाचल में इंटरनेशनल फ्लाइंग फेस्टिवल शुरू हो गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका शुभारंभ किया। इस फ्लाइंग फेस्टिवल में भारत के अलावा स्विटजरलैंड, फ्रांस, जर्मनी सहित कई यूरोपियन देशों के करीब 120 पैराग्लाइडर पायलट भाग ले रहे हैं। शिमला के जुन्गा में पहली बार इस तरह की चैम्पियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। फ्लाइंग फेस्टिवल में विशेष रूप से भाग लेने के लिए पैराग्लाइडर रोशन लाल भी पहुंचे। रोशन लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने साल 1997 में करीब 26 साल पहले नरेंद्र मोदी को मनाली के सोलंग नाला में पैराग्लाइडिंग कराई थी। उस वक्त वे हिमाचल बीजेपी के प्रभारी थे। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक अच्छा अनुभव था। उन्होंने बताया कि फ्लाइट करीब 2 मिनट की थी।

साल 1991 में पैराग्लाइडिंग की शुरुआत करने वाले रोशन लाल ने बताया कि साल 1997 में नरेंद्र मोदी ने जब पैराग्लाइडिंग की थी तब वे इसे लेकर खासे उत्साहित थे। उस वक्त भी वह चाहते थे कि हिमाचल प्रदेश में एडवेंचर स्पोर्ट को बढ़ावा दिया जाए। हालांकि उस वक्त एडवेंचर स्पोर्ट्स को लेकर ज्यादा बात नहीं होती थी। आज करीब 26 साल बाद हम देख रहे हैं कि पूरे प्रदेश भर में एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा मिल रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री बनने के बाद रोशन लाल नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं कर सके हैं। रोशन लाल ने कहा कि साल 1991 में जब उन्होंने पैराग्लाइडिंग की शुरुआत की थी, तब लोग उन्हें पागल कहा करते थे। लेकिन, अब वक्त बदला है और पैराग्लाइडिंग को एडवेंचर स्पोर्ट्स के साथ-साथ स्वरोजगार से भी जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि देशभर में पूरे प्रदेश में पैराग्लाइडिंग को बढ़ावा देने की जरूरत है, ताकि जहां आने वाले पर्यटकों की आमद बढ़े और प्रदेश के युवाओं को भी रोजगार मिल सके।

पैराग्लाइडर के बीच कॉम्पिटिशन होंगे
फ्लाइंग फेस्टिवल में सोलो और टेंडम कैटेगरी में पैराग्लाइडर के बीच कॉम्पिटिशन होंगे। सोलो कैटेगरी में पहला पुरस्कार जीतने वाले पायलट को दो लाख रुपए और टेंडम में 1.75 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इस दौरान पैरा ग्लाइडिंग एक्यूरेसी देखी जाएगी। अलग-अलग राउंड की कॉम्पिटिशन के अंक के आधार पर रिजल्ट घोषित होंगे। शिमला में पहली बार पैराग्लाइडिंग होगी। इस नई साइट के डेवलप होने से शिमला व आसपास के पर्यटन कारोबारियों में खुशी की लहर है। दरअसल, पिछले आठ-दस सालों के दौरान पर्यटक एक-दो दिन से ज्यादा शिमला नहीं रुक रहे थे, क्योंकि यहां पहाड़ व रिज देखने के अलावा कुछ साहसिक गतिविधियां नहीं थी। ऐसे में जुन्गा में नई पैराग्लाइडिंग साइट विकसित होने के बाद आगामी दिनों में पर्यटक भी पैराग्लाइडिंग कर सकेंगे। इससे शिमला सैलानियों का स्टे भी बढ़ेगा।

टूरिज्म को बढ़ावा देना मकसद
यह चैम्पियनशिप पर्यटन विभाग द्वारा टूरिज्म को बढ़ावा देने के मकसद से कराई जा रही है, ताकि देश-विदेश से पर्यटक पहाड़ों की रानी शिमला पहुंच सके। मानसून में भारी बारिश के कारण प्रदेश में टूरिज्म इंडस्ट्री को करोड़ों का नुकसान हुआ है। पहाड़ों पर तबाही के खौफ से कम लोग यहां आ रहे हैं। इसे कम करने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि इस इवेंट के जरिए आने वाले समय में पर्यटन को पंख लगेंगे और शिमला में पर्यटकों को करने के लिए अतिरिक्त एक्टिविटी भी मिल पाएगी। इसी तरह के इवेंट हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में किए जाएंगे ताकि हिमाचल से एक संदेश पर्यटकों तक पहुंच सके कि हिमाचल पूरी तरह से सुरक्षित है और उनके स्वागत के लिए तैयार है।