कोरोना काल के बाद यूपी में 30000 नई कंपनियों की शुरुआत, दिल्ली-कर्नाटक को पछाड़ा

30,000 new companies started in UP after the Corona period, leaving behind Delhi-Karnataka
30,000 new companies started in UP after the Corona period, leaving behind Delhi-Karnataka
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30000 new companies started in uttar Pradesh post Covid: जिस तरह से कोरोना महामारी ने उद्योग-धंधों को बुरी तरह से प्रभावित किया था, उससे अब तेजी से देश बाहर निकल रहा है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो कोरोना महामारी आने के बाद सर्वाधिक नई कंपनियों की शुरुआत महाराष्ट्र के बाद यहां हुई है। उत्तर प्रदेश ने दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु जैसे उद्योग के हब कहे जाने वाले राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अपेयर्स के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी आने के बाद सर्वाधिक 30 हजार नई कंपनियों की शुरुआत हुई है। ये नई कंपनियां पिछले 3 साल में शुरू हुई हैं।

जिस तरह से पिछले तीन साल में 30000 से अधिक नई कंपनियों की उत्तर प्रदेश में शुरुआत हुई है, वह दर्शाता है कि बिजनेस के लिहाज से यूपी काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। सर्वाधिक सक्रिय कंपनियों की बात करें तो उत्तर प्रदेश तीसरा ऐसा राज्य है जहां पर सबसे अधिक कंपनियां सक्रिय हैं। वहीं इस श्रेणी में महाराष्ट्र पहले नंबर पर आता है जबकि दिल्ली दूसरे पायदान पर है। कोराना काल के बाद से उत्तर प्रदेश ने कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों को पीछे छोड़ दिया है, जहां पर सर्वाधिक सक्रिय कंपनियां हैं और सबसे अधिक नई कंपनियों की यहां पर शुरुआत हुई है।

उत्तर प्रदेश में फिलहाल 1.08 लाख सक्रिय कंपनियां हैं। यह आंकड़े सितंबर माह के अंत के हैं। वहीं महाराष्ट्र की बात करें तो यहां सक्रिय कंपनियों की संख्या 3 लाख है जबकि दिल्ली मे 2.2 लाख हैं। कर्नाटक में 1.04 लाख और तेलंगाना में 99038 सक्रिय कंपनियां हैं। दरअसल दिल्ली में 2017 के बाद से नई कंपनियों की शुरुआत में गिरावट देखने को मिली है। 2017 के बाद से दिल्ली में सिर्फ 20000 नई कंपनियों की शुरुआत हुई है ,जिसकी वजह से वित्त वर्ष 2017 से अबतक यहां पर 20 फीसदी सक्रिय कंपनियों में गिरावट देखने को मिली है।

वर्ष 2017 की बात करें तो उत्तर प्रदेश इस मामले में 7वें पायदान पर था। यूपी तमिलनाडु, तेलंगाना, गुजरात से भी पीछे था। देश के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य में नोएडा-मथुरा का क्षेत्र भी आता है जिसे दिल्ली एनसीआर यानि नेशनल कैपिटल रीजन में रखा जाता है। महाराष्ट्र लगातार नई कंपनियों की शुरुआत के मामले में पहले पायदान पर बना हुआ है। पिछले 3 साल में यहां 60000 नई कंपनियों की शुरुआत हुई है, जोकि यूपी की तुलना में दोगुनी है। यही वजह है कि महाराष्ट्र को देश की औद्योगिक राजधानी कहा जाता है और सर्वाधिक कंपनियों की हेडक्वार्टर यहां पर हैं।