भूकंप के झटकों से ही हिमाचल की धरती, जानिए कहां कितना नुकसान

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शिमला। Earthquake In Himachal Pradesh, हिमाचल प्रदेश में अल सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। सिरमौर सहित कई अन्य क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूंकप वीरवार सुबह 03:48 बजे आया। इसका केंद्र सिरमौर से 98 किलोमीटर दूर संगड़ाह में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। भूकंप की तीव्रता रिक्‍टर पैमाने पर 3.40 मापी गई। प्रदेश में अभी तक इस वर्ष भूकंप के दस झटके आ चुके हैं। इससे पूर्व शिमला, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा व अन्य क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हिमाचल प्रदेश भूकंप को लेकर अति संवेदनशील है और इसे जाेन चार और पांच में रखा गया है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि लगातार भूकंप के झटके आने से बड़े भूकंप की संभावना कम हो जाती हैं। इससे फायदा ही होता है। इसके कारण किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

क्यों आता है भूकंप
पूरी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। ये प्लेटें 30 से 50 किलाेमीटर तक नीचे हैं। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है। ये प्लेटें इसी लावे पर तैर रही हैं। ये प्लेटें बेहद धीरे-धीरे घूमति रहती हैं। हर साल 4-5 मिमी अपने स्थान से खिसक जाती हैं। कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। ऐसे में कई बार ये आपस में टकरा भी जाती हैं। और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है जिसे भूकंप कहते हैं। भूंकप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय उर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है।