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नई दिल्ली। पैगंबर मुहम्मद के समर्थन में कुवैत में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन करने वाले प्रवासी मुसलमानों को कुवैत ने उनकी औकात दिखा दी है। भारत में मामूली बात पर सडक पर उतर आने वाले मुस्लिमों को पैगंबर मुहम्मद पर नुपूर शर्मा विवाद का प्रदर्शन करना भारी पड गया।
कुवैत ने उन्हें देश से बाहर निकालने का फैसला किया है, उनके वीजा को निरस्त कर दिया गया है। इस घटला को लेकर सोशल मीडियो पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोगों ने सोशल मीडिया पर कहा कि भारत को गरियाने वाले देख लें, मुस्लिमों को मुस्लिम देशों में कितनी फ्रीडम मिलती है। कुछ ने तो कुवैत के कुत्तों को भी प्रवासी मुसलमानों से बेहतर बताया है क्यों उससे ज्यादा अधिकार तो वहां के कुत्तों को मिले हुए है। आपको बता दें प्रवासियों को कुवैत में प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं है।
अल राय की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने और उन्हें उनके देशों में वापस भेजने की प्रक्रिया में जुटी है। साथ ही कुवैत में उनके फिर से प्रवेश करने पर स्थायी प्रतिबंध भी लगा दिया जाएगा। अधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कुवैत में सभी प्रवासियों को यहां के कानूनों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी प्रकार के प्रदर्शनों में भाग नहीं लेना चाहिए।
उधर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक जे नंदकुमार ने ट्वीट कर कहा कि प्रदर्शन करने वाले भारतीयों को भारत भेजा जाएगा। कुवैत में प्रदर्शन करने वाले प्रवासियों में भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमान थे। रिपोर्ट के अनुसार पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर निर्वासन केंद्र भेजेगी। वहां से उन्हें उनके देशों में भेज दिया जाएगा। उनका वीजा भी रद कर दिया जाएगा।
यह भारत का आंतरिक मामला
पैंगबर मुहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर उपजे विवाद को बांग्लादेश ने भारत का आंतरिक मामला करार दिया है। इस विवाद से निपटने के लिए भारत सरकार ने जो कदम उठाए हैं उसके लिए धन्यवाद भी दिया है। बांग्लादेश सरकार का यह रूख दोनो देशों के बीच एक दूसरे के आंतरिक मामलों में दखल नहीं देने को लेकर बनी सहमति और द्विपक्षीय रिश्तों को हमेशा मजबूत बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। बांग्लादेश के सूचना मंत्री डॉ. हसन महमूद ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार पैंगबर साहब पर कहीं भी गलत टिप्पणी होगी तो उसकी हमेशा निंदा करती है और आगे भी करती रहेगी।