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शिमला: हिमाचल प्रदेश में धमाकेदार शुरुआत के बाद मानसून कमजोर पड़ने लगा है। 24 से 27 जून के बीच मूसलाधार बारिश जरूर हुई। मगर, बीते दो दिनों के दौरान नॉर्मल से भी कम बरसात हुई है। 29 जून को भी नॉर्मल की तुलना में 43% कम बारिश हुई है। अगले तीन से चार दिन भी बारिश के कम आसार हैं। मौसम विभाग ने दो दिन पहले आज के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया था, लेकिन ताजा बुलेटिन में कुछ एक स्थानों पर ही बारिश का पूर्वानुमान है। प्रदेश के अधिकांश भागों में आज से अगले 72 घंटे तक हल्की धूप खिल सकती है।
4 दिन में 219 करोड़ चपत
प्रदेश में चार दिन की बारिश से 219 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह हो चुकी है। भारी बारिश से प्रदेश में 5 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त, 39 मकान को आंशिक क्षति, दो दुकानें और 21 गौशालाएं पूरी तरह जमींदोज हो चुकी हैं। इससे विभिन्न फलों को भी 26 करोड़ से ज्यादा को नुकसान हो गया है।
20 लोगों की मौत, 36 घायल
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, 24 से 29 जून तक मानसून सीजन के दौरान विभिन्न कारणों से 20 लोगों की मौत हो गई है, जबकि तीन लोग लापता और 36 घायल हुए हैं। इनमें से 9 की सड़क दुर्घटना, 6 की नदी में डूबने, 3 की ढांक-छत्त या ऊंचे स्थानों से गिरने, एक की लैंडस्लाइड और एक की अन्य कारण से मौत हुई। इसी तरह बरसात में लोगों के 352 मवेशी भी मर चुके हैं।
लैंडस्लाइड की 10 घटनाएं
मानसून सीजन के दौरान लैंडस्लाइड की 10 बड़ी घटनाएं घटित हुई है। सुजानपुर में बादल फटने और कोठी नाला, बागी (मंडी), मोहल (कुल्लू), पजेही खड्ड (किन्नौर) में बाढ़ की 6 जगह घटनाएं पेश आ चुकी हैं।