पंजाब में ‘No’ हरियाणा में ‘Yes’, हो गई डील फाइनल, 9 सीटों पर कांग्रेस तो एक पर लड़ेगी AAP

'No' in Punjab, 'Yes' in Haryana, deal finalized, Congress will contest on 9 seats and AAP on one.
'No' in Punjab, 'Yes' in Haryana, deal finalized, Congress will contest on 9 seats and AAP on one.
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चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा और चंडीगढ़ की सीटों को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है। बीजेपी को शिकस्त देने के लिए दोनों ने ये फैसला ये है। पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाली इन दोनों पार्टियों ने हरियाणा और चंडीगढ़ में गठबंधन का फैसला लिया है। सीट शेयरिंग की बात करें तो हरियाणा की 10 सीटों में से 9 सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। वहीं आम आदमी पार्टी सिर्फ एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। चंडीगढ़ सीट की बात करें तो यह भी कांग्रेस के खाते में गई है।

आप को दी गई ये सीट
हरियाणा की 10 सीटों पर आम आदमी पार्टी सिर्फ एक ही सीट पर चुनाव लड़ेगी। ये सीट कुरुक्षेत्र है। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 10 की 10 सीटों में जीत हासिल की थी। कुरुक्षेत्र सीट की बात करें तो यहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी ने जीत हासिल की थी। नायब सैनी ने कांग्रेस के निर्मल सिंह को इस चुनाव में शिकस्त दी थी। नायब सिंह को 6,88,629 वोट हासिल किए थे।

चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुआ था गठबंधन
लोकसभा चुनावों से पहले भी दोनों दल चंडीगढ़ मेयर चुनाव में गठबंधन कर चुके हैं। हालांकि इस चुनाव में ज्यादा पार्षद होने के बावजूद उन्हें हार का सामने करना पड़ा था। मेयर चुनावों में पहले बीजेपी के मनोज सोनकर जीते थे, लेकिन धांधली के आरोपों के बाद पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह पर कार्रवाई के आदेश देते हुए आप के प्रत्याशी को विजयी घोषित कर दिया था। अब नए सिरे से सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा। सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए 27 फरवरी की तारीख निर्धारित की गई है।

पंजाब में गठबंधन को NO
पंजाब की बात करें तो आम आदमी पार्टी पहले ही यह साफ कर चुकी है कि वो यहां कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी। यह साफ हो गया है कि पंजाब की सभी 13 सीटों पर कांग्रेस और आप अलग-अलग चुनाव लड़ने जा रही हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। आप को यह उम्‍मीद है कि उनकी पार्टी यहां लोकसभा चुनावों में अकेले ही क्‍लीन स्‍वीप कर सकती है।