अब नहीं होंगे Cyber Fraud: स्पैम कॉल से होने वाले बैंक फ्रॉड पर लगाम लगाएगा सरकार का “चक्षु”

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भारत सरकार की ओर से एक नए डिजिटल प्लेटफॉर्म को पेश किया गया है, जो किसी भी व्यक्ति को यह आजादी देता है कि वह किसी भी फ्रॉड कॉल और मैसेज की शिकायत कर सके। इस पोर्टल के आने से कहीं न कहीं उन अनजान साइबर क्रिमिनल्स पर लगाम लगने वाली है जो इन दिनों बड़े पैमाने पर मासूम लोगों को बड़ी आर्थिक चोट पहुंचा रहे हैं।

टेलीकॉम डिपार्टमेंट की पहल
Telecom Department की ओर से एक नए प्लेटफॉर्म Chakshu को पेश कर दिया गया है, जो फ्रॉड मैसेज और कॉल की रिपोर्ट करने की आजादी हर भारतीय को देता है। इसके माध्यम से अब आमजन को आर्थिक नुकसान नहीं होने वाला है।

क्या काम करने वाला है सरकार का चक्षु?
चक्षु भारतीय नागरिकों को धोखाधड़ी वाले कॉल और मैसेज की रिपोर्ट करने की अनुमति देगा – चाहे वह कॉल या एसएमएस या व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्राप्त हुआ कोई कॉल, मैसेज ही क्यों न हो। केंद्रीय दूरसंचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा, एक बार ऐसी जानकारी प्राप्त होने पर, प्लेटफॉर्म री-वेरीफिकेशन शुरू कर देगा और री-वेरीफिकेशन में विफल रहने पर नंबर काट दिया जाएगा।

ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर फ्रॉड बढ़ते जा रहे हैं!
धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं, जहां अपराधी बैंक या सरकारी अधिकारी बनकर व्यक्तियों को उनके बैंक खातों या गैस और बिजली कनेक्शन के विवरण अपडेट करने के लिए कहते हैं, इसके बाद उन्हें एक कहानी में फँसाकर लूट लेते हैं।

कुछ समय पहले ही शुरू हो गया था काउन्टडाउन!
पिछले महीने, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) ने व्यक्तियों को धोखेबाजों से बचाने में मदद करने के लिए घरेलू दूरसंचार नेटवर्क पर कॉलर पहचान को एक डिफ़ॉल्ट सुविधा के रूप में पेश करने के लिए अपनी सिफारिशें प्रकाशित कीं थी।

Ashwini Vaishnav क्या कहते हैं?
केंद्रीय दूरसंचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ट्राई “चक्षु” (Chakshu) के लिए एक ऐप बनाने पर काम कर रहा है, और सरकार प्लेटफॉर्म के माध्यम से धोखाधड़ी से सुरक्षा में सुधार के लिए ट्रूकॉलर जैसी निजी कंपनियों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है।

Chakshu कैसे काम करने वाला है?
चक्षु, जो वर्तमान में व्यक्तियों के लिए उपलब्ध नहीं है, कैसे काम करने वाला है, आइए इसके बारे में आपको बता देते हैं। असल में Chakshu दूरसंचार कंपनियों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों, बैंकों और वित्तीय संस्थानों, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और आइडेंटिटी दस्तावेज जारी करने वाले अधिकारियों के बीच एक इनफार्मेशन एक्सचेंज और को-ऑर्डिनेशन एजेंसी के तौर पर काम करने वाला है।

इस दिशा में भी काम कर रही है सरकार
प्लेटफ़ॉर्म में दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग के रूप में पाए गए मामलों की जानकारी भी होगी। वैष्णव ने कहा कि सरकार अनजाने में काटे गए कनेक्शन की रिपोर्ट करने के लिए एक शिकायत निवारण मंच भी बनाएगी, जिसके बाद ठगे गए पैसे को किसी भी व्यक्ति को वापिस किया जा सकेगा।