नौकर ने की हैवानियत की सारी हदें पार, मालकिन पर चाकू से किए ताबड़तोड़ 33 वार, देखकर पौरों तले जमीन खिसकी

The servant crossed all limits of inhumanity, attacked the mistress with a knife 33 times, seeing the ground slipped under the feet
The servant crossed all limits of inhumanity, attacked the mistress with a knife 33 times, seeing the ground slipped under the feet
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लखनऊ ; लखनऊ में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एफसीआई अफसर के घर लूट करने आए बदमाश से पत्‍नी भिड़ गई. बदमाश ने एफसीआई अफसर की पत्‍नी पर ताबड़तोड़ 33 वार किए. शरीर में कोई ऐसी जगह नहीं थी जगह बदमाश ने चाकू से वार नहीं किया. पुलिस ने जब हत्‍याकांड का खुलासा किया तो एफसीआई अफसर के पौरों तले जमीन खिसक गई.

यह है पूरी घटना
दरअसल, लखनऊ में तैनात एफसीआई अफसर आदर्श की पत्‍नी अनामिका सिंह शुक्रवार को घर में सो रही थीं. अनामिका के घर में अर्जुन सोनी नाम का शख्‍स नौकर है. अर्जुन ने इंटौजी निवासी वीरेंद्र कुमार यादव के साथ मिलकर एफसीआई अफसर के यहां लूट की योजना बना डाली. साजिश के तहत शुक्रवार रात को अर्जुन का दोस्‍त वीरेंद्र लूट के इरादे से घर में घुस आया. इस दौरान एफसीआई अफसर की पत्‍नी अनामिका ने वीरेंद्र से भिड़ गईं.

अनामिका के शरीर पर मिले 33 निशान
वीरेंद्र ने ताबड़तोड़ अनामिका पर चाकू से हमला कर दिया. वीरेंद्र ने अनामिका पर चाकू से 33 बार वार किए. शरीर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं था जहां पर जख्म न हो. पूरा शरीर ही छलनी कर दिया. वीरेंद्र आखिरी सांस तक चाकू से गोदता रहा. सिर पर भी भारी चीज से एक बार वार किया. अनामिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसकी गर्दन, चेहरे व सिर पर ही 15 वार किए गए. शरीर के बाकी हिस्सों पर जख्म के 18 निशान हैं.

एक दिन पहले रेकी की
एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्‍बास ने बताया कि हत्‍याकांड के अगले दिन ही पुलिस ने अनामिका के नौकर अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया. नौकर अर्जुन ने बताया कि वह उसके घर में ढाई साल से काम कर रहा था. उसका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया गया था. अर्जुन ने बताया कि गुरुवार को वीरेंद्र, अर्जुन साहू से मिलने पहुंचा था, तब उसका मकसद था रेकी करना. रेकी करने के दूसरे ही दिन वारदात को अंजाम दिया.

नौकर की हमेशा करते थे मदद
वहीं, अनामिका के घर वालों ने बताया कि जब अर्जुन घर में आया था, उससे मामूली किराया लेते थे. जब वह यहां रहने आया तो तीसरी मंजिल पर उसका कमरा बनवाया ताकि उसे कोई दिक्कत न हो. किराया भी माफ कर दिया था. एफसीआई अफसर और उनकी पत्‍नी अर्जुन की हमेशा मदद करते थे.