हिमाचल में 1 अप्रैल से शराब महंगी, टोल टैक्स में इजाफा, जानें और क्या बदलेगा

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शिमला. देश और प्रदेश में एक अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हो रहा है. इस वजह से केंद्र से लेकर हिमाचल प्रदेश में कई बदलाव होंगे. हिमाचल में स्वास्थ्य से लेकर समाजिक क्षेत्र में बदवाल होंगे. सूबे में हिम केयर कार्ड की वैधता अब तीन साल के लिए होगी. प्रदेश की नई आबकारी नीति के तहत अंग्रेजी शराब महंगी और देसी शराब के दामों में कमी आएगी.

प्रदेश के नेशनल हाईवे पर स्थापित टोल नाकों पर अधिक पैसे देने देने होंगे. साथ ही बजट की कई घोषणाओं को लागू किया जाएगा. इसके अलावा प्रदेश में अप्रैल से बिजली की नई दरें घोषित होंगी, लेकिन इसका आम आदमी पर असर नहीं पड़ेगा. घरेलू उपभोक्ताओं को 60 यूनिट तक बिजली फ्री मिलेगी.

नई बिजली दर्रें लागू, लेकिन आम आदमी पर असर नहीं
हिमाचल प्रदेश में एक अप्रैल से नया बिजली टैरिफ प्लान लागू होगा. लोगों को 60 यूनिट बिजली निश्शुल्क मिलेगी. साथ ही 125 यूनिट बिजली का उपयोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं को एक रुपये प्रति यूनिट मूल्य पर विद्युत आपूर्ति होगी. किसानों के लिए 30 पैसे प्रति यूनिट मूल्य पर बिजली उपलब्ध होगी. 30 मार्च को बिजली नियामक आयोग ने बिजली दर्रें बढ़ाने का फैसला लिया है. लेकिन यह इजाफा सरकार वहन करेगी और लोगों को राहत के लिए सब्सिडी के तौर पर बिजली बोर्ड को पैसा देगी.

350 रुपये मिलेगी दिहाड़ी
हिमाचल में अब दिहाड़ीदारों को 350 रुपये दिहाड़ी मिलेगी. सीएम जयराम ठाकुर ने बजट में 50 रुपये न्यूनतम दिहाड़ी बढ़ाने की घोषणा की थी. साथ ही अब ऑउटसोर्स कर्मियों को 10500 सैलरी मिलेगी. सरकार की ओर से दूध की खरीद में दामों में इजाफा होगा. हिमाचल प्रदेश के प्रवेशद्वारों पर स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग के बैरियर पर प्रवेश शुल्‍क में वृद्धि नहीं की गई है. कार शुल्क 40 रुपये, सात सीटर वाहन का शुल्क 70 रुपये और ट्रकों का शुल्क 250 से 450 रुपये तक यथावत रहेगा. हिमाचल के नंबरों के लिए एंट्री फ्री रहेगी.

कालका-शिमला हाईवे पर सफर हुआ महंगा
हिमाचल प्रदेश में सोलन जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहन दौड़ाने वाले चालकों से पहली अप्रैल से नई दरों से टोल वसूला जाएगा. केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से आदेश जारी किए गए हैं. कालका-शिमला एनएच-5 पर सनवारा टोल प्लाजा पर 10 से 45 रुपये तक की वृद्धि हुई है. टोल प्लाजा प्रबंधन ने बताया कि एक अप्रैल से कार-जीप का एक तरफ शुल्क 65 और डबल फेयर में 95 रुपये देने होंगे. लाइट कामर्शियल व्हीकल, लाइट गुड्स व्हीकल और मिनी बस को एक तरफ के 105, बस-ट्रक (टू एक्सेल) को एकतरफ के 215, थ्री एक्सेल कामर्शियल व्हीकल को एक तरफ के 235, हैवी कंस्ट्रक्शन मशीनरी को एकतरफ के 340 और ओवरसीज्ड व्हीकल को एकतरफ के 410 रुपये का शुल्क नई दरों के हिसाब से देना होगा. सनवारा टोल गेट से 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले वाहन चालकों को पास की सुविधा भी नियमों के अनुसार दी जाती है. इस पास के अब 280 की जगह 315 रुपये प्रति महीना लगेंगे.

हिम केयर की अवधि बढ़ी
हिमाचल प्रदेश में अब हर साल हिम केयर कार्ड नहीं बनाना पड़ेगा. तीन साल की अवधि के लिए बनने वाले कार्ड के लिए एकमुश्त तीन हजार रुपये का भुगतान करना होगा. अभी तक एक साल के लिए एक हजार रुपये शुल्क चुकाना पड़ता था. बता दें कि हिमकेयर कार्ड के तहत सूबे के अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में होता है.

अब 1700 रुपये मिलेगी बुढ़ापा पेंशन
हिमाचल प्रदेश में ऐसे सभी वर्ग जो 1500 रुपये मासिक पेंशन ले रहे थे, अब उन्हें 1700 रुपये मासिक सामाजिक बुढ़़ापा पेंशन मिलेगी. अन्य दो वर्गों में 850 रुपये मासिक पेंशन लेने वालों को अब 1000 रुपये और 1000 रुपये लेने वालों को 1150 रुपये मिलेंगे.

शराब होगी महंगी, होलोग्राम होगा स्कैन
हिमाचल प्रदेश में अब अंग्रेजी शराब महंगी हो जाएगी. हालांकि, देशी शराब सस्ती होगी. वहीं, मंडी में जहरीली शराब कांड के बाद अब शराब की बोतल पर लगे होलोग्राम को स्कैन करके शराब की वैद्यता स्रोत का पता चलेगा. इससे जहरीली शराब की घटना रोकने में मदद मिलेगी. राज्य सरकार की ओर से शराब की प्रमाणिकता जांच के लिए मोबाइल एप से इसकी सुविधा मिलेगी.

किस किस का मानदेय बढ़ जाएगा
हिमाचल में अब आंगनबाड़ी कार्यकताओं को 9000 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा. मिनी आंगनाबाड़ी कार्यकताओं को 6100 रुपये प्रतिमाह, आंगनाबाड़ी सहायिका को 4700 रुपये प्रतिमाह, आशा वर्कर्स को 4700 रुपये प्रतिमाह, सिलाई अध्यापिकाओं को 7950 रुपये प्रतिमाह, मिड डे मील वर्कर्स को 3500 रुपये प्रतिमाह, वाटर कैरियर शिक्षा विभाग 3900 रुपये, जल रक्षक को 4500 रुपये प्रतिमाह, जलशक्ति मल्टी पर्पज वर्कर्स 3900 रुपये, पैरा फिटर, पंप ऑपरेटर को 5550 रुपये, दिहाड़ीदारों को दिहाड़ी 50 रुपये बढ़ाई. आउटसोर्स को अब न्यूनतम 10500 प्रति माह मिलेंगे. पंचायत चौकीदार को 6500 रुपये प्रति माह. राजस्व चौकीदार को 5000 रुपये प्रति माह. राजस्व लंबरदार को 3200 रुपये प्रति माह, एसएमसी का मानदेय 1000 रुपये प्रतिमाह बढ़ेगा. आईटी टीचर को 1000 रुपये प्रतिमाह अधिक मिलेंगे.