अभी अभीः सचिन पायलट को मिलेगी राजस्थान की बागडोर! गहलोत को लगेगा झटका

Now now: Sachin Pilot will get the reins of Rajasthan! Gehlot will get a blow
Now now: Sachin Pilot will get the reins of Rajasthan! Gehlot will get a blow
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राजस्थान में विधानसभा चुनावों (rajasthan assembly election) से पहले एक बार फिर सियासी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. इस बार चर्चा के केंद्र में है सचिन पायलट. दरअसल राजस्थान का सियासी पारा हाल में तब चढ़ गया जब शनिवार को सचिन पायलट (sachin pilot) ने दिल्ली में राहुल गांधी (rahul gandhi), कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में राजस्थान (rajasthan) के राजनीतिक हालातों को लेकर गंभीर चर्चा हुई और आलाकमान की तरफ से आने वाले समय में सचिन को अहम जिम्मेदारी देने पर रणनीति बनाई गई. वहीं राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राजस्थान में सचिन पायलट का कद जल्द ही बढ़ने जा रहा है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पायलट की राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान यह मीटिंग करीब घंटे भर चली. इस दौरान दोनों नेताओं ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव के साथ ही पार्टी के संगठन चुनाव पर भी काफी खुलकर मंत्रणा की.

मालूम हो कि बीते साल राज्य में हुए सियासी संकट के बाद अब पायलट की आलाकमान से दूरियां कम होती दिखाई दे रही है. दिल्ली दरबार की ओर से पायलट खेमे के काफी लोगों को गहलोत सरकार के मंत्रिमण्डल में शामिल करने के बाद पार्टी पायलट को चुनावों में कई अहम जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है. इससे पहले पायलट को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में स्टार प्रचारक के तौर पर भी भेजा गया था.

संगठन चुनावों पर पायलट से चर्चा
मिली जानकारी के मुताबिक पायलट व अन्य नेताओं ने आने वाले महीनों में कांग्रेस संगठन में होने वाले चुनावों और सदस्यता अभियान पर भी चर्चा की. बता दें कि इससे पहले राहुल और प्रियंका से पायलट की मुलाकात साल की शुरूआत में हुई थी. माना जा रहा है कि राजस्थान को लेकर पायलट ने पार्टी को अपनी रिपोर्ट दे दी है और आने वाले समय में वह आलाकमान की तरफ से दी जाने वाली हर जिम्मेदारी लेने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.

वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि अगले साल मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले चुनावों को लेकर पार्टी ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है क्योंकि तीनों राज्य कांग्रेस के लिए अहम हैं.

पर कहां पहुंची गहलोत-पायलट की तकरार
इधर पायलट के आलाकमान से मुलाकात के बीच राज्य में गहलोत और पायलट की तकरार अभी शांत नहीं हुई है. बताया जाता है कि राजस्थान में कांग्रेस सब ठीक होने का दावा काफी समय से कर रही है लेकिन अक्सर कई बार पार्टी के अंदर की खींचतान और खेमेबंदी नजर आती है. सीएम अशोक गहलोत समय-समय पर सचिन पायलट और उनके खेमे के नेताओं पर निशाना साधते रहते हैं. वहीं पायलट भी अपने अंदाज में पलटवार करते हैं. अब देखना यह होगा कि राजस्थान चुनावों से पहले पायलट को क्या जिम्मेदारी दी जाती है.