केजरीवाल को झटके पर झटकाः 134 करोड़ रुपये में छोडा आतंकी! अब कोर्ट ने…

Shock after shock to Kejriwal: Terrorist released for Rs 134 crore! Now the court...
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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) से राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने मामले में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है। मुख्यमंत्री ने अपनी गिरफ्तारी और ट्रायल कोर्ट के आदेश (जिसमें केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की रिमांड) को चुनौती दी थी। जिस पर उन्होंने तत्काल सुनवाई की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने 27 मार्च के लिए मामले को सूचीबद्ध कर दिया था।

आतंकी पन्नू का बड़ा दावा- केजरीवाल को दिये 134 करोड़ रुपये

अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 2014 से 2022 के बीच लगभग 134 करोड़ रुपये (16 मिलियन डालर) लेने का आरोप लगाया है। पन्नू के अनुसार खालिस्तान समर्थकों ने 1993 के दिल्ली बम धमाके के आरोपी देविन्दर पाल सिंह भुल्लर की रिहाई के एवज में यह राशि दी थी।

पहले भी आप पर लगे थे आरोप
पन्नू ने इस मामले में अरविंद केजरीवाल पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। लोकसभा चुनाव के पहले पन्नू के इस खुलासा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। इसके पहले भी आम आदमी पार्टी पर पंजाब में कट्टरपंथी खालिस्तानियों के साथ गठजोड़ के आरोप लग चुके हैं।

जारी वीडियो में पन्नू ने कही ये बात
सिख फॉर जस्टिस से जुड़े और भारत में वांछित आतंकी पन्नू ने अमेरिका से जारी वीडियो में कहा, “अरविन्द केजरीवाल खुद को ईमानदार हिन्दू कहते हैं लेकिन वह बेईमान हिन्दू हैं। जब 2014 में उनके पास सत्ता नहीं थी, तब उन्होंने अमेरिका आकर न्यूयार्क में खालिस्तानियों से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो प्रोफेसर देविंदर पाल सिंह भुल्लर को 5 घंटे के भीतर छोड़ दिया जाएगा।”

वैसे एक आतंकी और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पन्नू के आरोपों को एजेंसियां ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही है। पन्नू इसके पहले भी जनवरी में आम आदमी पार्टी और केजरीवाल पर इसी तरह का आरोप लगा चुका है।

आम आदमी पार्टी से नहीं मिली कोई प्रतिक्रिया
दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में केजरीवाल की गिरफ्तारी और लोकसभा चुनाव के ठीक पहले जारी वीडियो के पीछे पन्नू की असली मंशा को समझने की कोशिश कर रही है। उधर इस पूरे मामले में आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई लेकिन उनसे कोई जवाब नहीं मिल सका है।