राजस्थान को सबसे शानदार तोहफा 7 जिलों को जोड़ेगा, एक ही हाईवे

The most wonderful gift to Rajasthan will connect 7 districts, one highway
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जयपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी गुरुवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करने राजस्थान के दौसा पहुंचे. यहां एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई के बीच बनने वाला ये नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दुनिया का सबसे शानदार और नंबर-1 एक्सप्रेसवे होगा. इससे राजस्थान के 7 जिलों को लाभ होगा.

राजस्थान के इन 7 जिलों से गुजरेगा एक्सप्रेसवे

नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे राजस्थान के 7 जिलों अलवर, भरतपुर, दौसा,,सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिले से होकर गुजरेगा. दौसा में ये आगरा-जयपुर हाइवे से जुड़ेगा. वहीं जयपुर रिंगरोड से जोड़ने के लिए एक स्पर रोड भी बनाई जाएगी. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई दिल्ली-एनसीआर में 137 किलोमीटर, गुजरात में सबसे अधिक 423 किलोमीटर, महाराष्ट्र में सबसे कम 171 किलोमीटर होगी. राजस्थान में ये 374 किलोमीटर और मध्य प्रदेश में 245 किलोमीटर के हिस्से को जोड़ेगा.

एशिया का पहला एनिमल ओवरपास एक्सप्रेसवे

ये एक्सप्रेसवे रणथंभौर और मुकुंदरा हिल्स के वन्य जीव अभयारण्यों से गुजरेगा. इन जगहों पर ये एक्सप्रेसवे पूरी तरह से एलिवेटेड होगा. नितिन गडकरी ने कहा कि यह एशिया का पहला और दुनिया का दूसरा ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जिस पर एनिमल ओवरपास बनेंगे, ताकि जानवरों को जंगल में सड़क पार करने में कोई दिक्कत न हो.

उन्होंने कहा, ”एक्सप्रेसवे के किनारे मॉडर्न औद्योगिक टाउनशिप के साथ ही स्मार्ट सिटी बनाने का भी प्रस्ताव है. पूरे रूट पर इंटरवल स्पॉट विकसित किए जाएंगे. ‘सड़क से समृद्धि’ की अवधारणा पर काम करते हुए देश में सड़कों का नया जाल बुन रहे हैं. छोटे शहरों को महानगरों से जोड़ने में ये सड़कें कारगर साबित होंगी. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया में सबसे अधिक और तेजी से सड़क निर्माण करने वाला देश बन गया है. इससे प्रगति के नए द्वार खुलेंगे. इससे आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुखद होगा.

‘दिल्ली से मुंबई का सफर अब सिर्फ 12 घंटे में’

केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस पूरा होने के बाद दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में सफर पूरा होगा. अभी इसमें 25 घंटे लगते हैं. उन्होंने बताया कि अभी यह 8 लेन का बनकर तैयार हो रहा है और भविष्य में 4 लेन और जोड़ी जा सकेंगी. यह एक्सप्रेसवे कुल 12 लेन का है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली से दौसा तक का कार्य मार्च 2022 तक पूरा हो जाएगा, जबकि 1350 किमी लंबे इस एक्सप्रेस का निर्माण जनवरी 2023 तक पूरा हो जाएगा.