अभी-अभी: हिमाचल में मौसम की फिर बड़ी चेतावनी, मच सकती है फिर तबाही

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शिमला। हिमाचल प्रदेश में रात से ही बादल खूब बरस रहे हैं। सुबह तक बारिश का सिलसिला जारी रहा। मौसम के प्रदेश में सात अगस्त तक तेवर थोड़े नरम रहेंगे। आठ अगस्त के बाद फिर मानसून सक्रिय होगा राज्य के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हो सकती है। बुधवार को जोगेंद्रनगर में सबसे ज्यादा 26 मिलीलीटर तो सिरमौर जिला के धौलाकुंआ में 24.5, पालमपुर में 8.5 मिमी व पावंटा-साहिब में चार मिलीलीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश के क्रम में कुछ कमी आएगी। प्रदेश में बारिस से कई जगह पर सड़कें बंद हैं। बारिश से मंडी जिला में 46 व शिमला जिला में 23 सड़कें बंद रही। जनजातीय लाहुल-स्पीति जिला में 45 पेयजल योजनाएं बाधित होने से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो सकी है। नौ मकानों व छह पशुशालाओं को बारिश से नुकसान पहुंचा है।

चंबा। जिला चंबा की पंचायत कुरैणा के गरझोलू गांव में दो मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए हैैं। इनमें से एक रिहायशी व एक निर्माणाधीन मकान है। प्रभावितों का कहना है कि नए सड़क निर्माण कार्य के कारण भूस्खलन होने से पत्थर उनके मकानों पर गिर गए। इस कारण दोनों मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैैं। दोनों परिवार परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। जिस समय भूस्खलन हुआ, उससे पहले वे मकान छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चले गए थे। यदि समय रहते सतर्क नहीं होते तो जानी नुकसान भी हो सकता था। बुधवार को प्रभावित याकुव व यूसफ एसडीएम चंबा नवीन तंवर से मिले और उन्हें घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रशासन से मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लेने और राहत राशि देने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि मकानों के हिस्से में सड़क का निर्माण चल रहा है। पहाड़ी की कटाई करने से पत्थर उनके मकानों पर गिर गए हैं। इससे निर्माणाधीन मकान का एक हिस्सा पूरी तरह टूट गया है, जबकि पुराना व रिहायशी मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है।